Delhi News: बच्चों को सबसे ज्यादा दिकक्त किसी विषय को पढ़ने में होती है तो वह है मैथ और इंग्लिश। इन दोनों ही सब्जेक्ट का नाम सुनते ही मानों बच्चों के अंदर खौंफ सा छा जाता हो। इसलिए ज्यादातर बच्चे इन दोनों सब्जेक्ट को पढ़ने से बचते हैं। वहीं स्टूडेंट अंग्रेजी,विज्ञान, मैथ के नंबर को लेकर भी असमंजस में रहते हैं। ऐसे में दिल्ली सरकार और एमसीडी के द्वारा एक नई पहल की शुरुआत की गई है। बताया जा रहा है कि शिक्षा सत्र 2023-24 में छात्रों के दिल में बैठे इस डर को खत्म करने के लिए “मिशन बुनियाद” की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत सरकार एमसीडी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को बेहतर शिक्षा प्रदान करेगी।
मिशन बुनियाद की शुरुआत
दिल्ली सरकार के इस पहल से अब एमसीडी स्कूलों में पढने वाले छात्रों को सरल भाषा में इन तीनों ही विषयों को समझाया जाएगा। वहीं डॉक्टर शैली ओबरॉय ने इस योजना के बारे में कहा है कि जिस तरह से इस योजना का नाम बुनियाद है उसी तरह से सरकार अब बच्चों के बुनियादी शिक्षा को मजबूत करेगी। इसके साथ ही ज्यादातर अंग्रेजी और गणित विषयों को लेकर छात्र डरते हैं ऐसे में इन विषयों को लेकर छात्रों के दिल में विशेष रूचि और उत्सुकता जगाई जाएगी।
ये भी पढ़ें: Amritpal Singh: पंजाब पुलिस ने अमृतपाल को NSA के तहत किया गिरफ्तार, आईजी ने किया बड़ा खुलासा
एमसीडी स्कूलों में किया जाएगा बदलाव
दिल्ली सरकार की शिक्षा नीति को देश के अन्य राज्यों की सरकारें अपना रही है। ऐसे में इसकी शिक्षा व्यवस्था हमेशा चर्चा में रहती है। वहीं सीएम केजरीवाल के द्वारा एमसीडी स्कूलों में भी बदलाव किया जा रह है। दिल्ली सरकार की शिक्षा मंत्री और मेयर ने इसके लिए “मिशन बुनियाद” नाम की योजना शुरू की है। इसकी शुरुआत शनिवार को “लर्निंग फाउंडेशन ऑफ चिल्ड्रन” कार्यक्रम के अंतर्गत किया गया है। वहीं इस कार्यक्रम में मौजूद मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा है कि दिल्ली के सरकारी स्कूलों की तरह ही एमसीडी के स्कूलों में बदलाव किया जाएगा। इसके लिए हमें एमसीडी स्कूलों में पढ़ाने वाले शिक्षकों के सहयोग की जरुरत पड़ेगी। यह शिक्षक ही एमसीडी स्कूलों में पढ़ने वालों छात्रों के अंदर से डर का माहौल खत्म कर सकते हैं साथ ही एक बेहतर माहौल बना सकते हैं।
विदेश भेजे जाएंगे एमसीडी स्कूलों के शिक्षक
मेयर शैली ओबेरॉय ने कहा कि जिस तरह से सरकारी स्कूलों के शिक्षकों को विदेश भेजा गया है आने वाले समय में एमसीडी स्कूलों के शिक्षकों को विदेश बेजा जाएगा। एमसीडी स्कूलों के शिक्षक भी विदेश में बेहतर ट्रेनिंग ले सकते हैं। इस ट्रेनिंग के बाद शिक्षक बच्चों की बुनियादी शिक्षा को मजबूत करेंगे। ऐसे में अब सरकारी स्कूलों की तरह ही एमसीडी स्कूलों में भी बदलाव किया जा रहा है।