Delhi University: दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University) में पढ़ाई करना हर छात्र का सपना होता है। पिछले साल से डीयू में प्रवेश के लिए छात्रों को कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेस टेस्ट (Common University Entrance Test CUET) देना अनिवार्य हो गया है। सीयूईटी (CUET) की प्रवेश परीक्षा नेशनल टेस्ट एजेंसी (National Test Agency NTA) के द्वारा आयोजित की जाती है। लेकिन अभी हाल ही में डीयू की एग्जीक्यूटिव काउंसिल की एक मीटिंग हुई थी जिसमें कई सारे बदलाव देखने को मिले हैं। इस मीटिंग के दौरान यह फैसला लिया गया है कि जो भी छात्र पीएचडी (Ph.D) की पढ़ाई डीय़ू से करना चाहता है उसे सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा को पास करना होगा। यह बदलाव डीयू में अगले साल से किए जाएंगे। इसे अलावा भी कई सारे और कोर्सेस को लेकर भी अहम बदलाव किए हैं।
एग्जीक्यूटिव काउंसिल में देर तक चली मीटिंग
डीयू के विवि के द्वारा बताय गया कि मीटिंग में केवल उन्हीं मुद्दों पर बात की गई थी जिन्हें पहले से ही एकेडमिक काउंसिल में आगे जाने के लिए अनुमति मिल गई थी। इस मीटिंग में ग्रेजुएशन . पोस्ट ग्रेजुएशन और पीएचडी संबधित कई सारे कोर्सस में बदलाव को लेकर काफी लंबे समय तक मीटिंग की गई थी। इस बदलाव में बीटेक समेत कई सारे कोर्स जेैसे लॉ को भी पांच साल का कोर्स करने की अनुमति दे दी गई है। लेकिन लॉ कोर्स में हुए इस नए बदलाव के लिए बार काउंसिलंग से अनुमति नहीं मिली है।
डीयू एक बार फिर रचेगा इतिहास
सामान्य तौर पर यदि कोई भी छात्र पीएचडी की पढ़ाई करना चाहता है , तो उसे एक लिखित और साक्षात्कार परीक्षा देना बहुत जरूरी होता है , लेकिन डीयू ने इस पूरे पैटर्न को बदलकर नया कर दिया है। अब उम्मीदवार को डीयू से पीएचडी करने के लिए केवल सीयूईटी की प्रवेश परीक्षा को पास करना जरूरी कर दिया है। इसके साथ ही नॉन टीचिंग स्टाफ के लिए उम्मीदवार को अभी भी केवल इंटरव्यू को पास करना बेहद जरूरी है।
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