GLA University: जीएलए विश्वविद्यालय मथुरा (उ.प्र.) के 11वां दीक्षांत समारोह अत्यन्त गरिमा एवं उल्लास के साथ सोमवार को सम्पन्न हुआ। दीक्षांत समारोह में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों की कुल 22 गोल्ड और 22 सिल्वर मेडलिस्ट के साथ 3136 उपाधियां प्रदान की गईं। इसके अलावा 24 छात्रों को मेरिट सर्टिफिकेट प्रदान किए गए। समारोह का शुभारम्भ मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेष के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, कुलाधिपति नारायण दास अग्रवाल के अलावा बतौर अतिथि गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चौधरी, उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय एवं आरके ग्रुप के चेयरमैन डॉ रामकिशोर अग्रवाल एवं कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता, प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता, कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने मां सरस्वती एवं प्रेरणास्त्रोत श्री गणेशीलाल अग्रवाल जी के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। इससे पूर्व कार्यक्रम की शुरूआत शैक्षिक शोभायात्रा के आगमन से हुई, जिसमें मुख्य अतिथि, कुलाधिपति, कुलपति, प्रतिकुलपति, कुलसचिव एवं डीन एकेडमिक, मुख्य परीक्षा नियंत्रक डाॅ. अतुल बंसल के साथ विष्वविद्यालय के कोर्ट, एग्जीक्यूटिव काउंसिल एवं एकेडमिक काउंसिल के सदस्य की अगवानी मुख्य सभागार में हुई। कुलाधिपति ने दीक्षांत समारोह के प्रारम्भ की उद्घोषणा की।
योगी आदित्यनाथ ने दीक्षांत संबोधन की शुरुआत
समारोह में मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीक्षांत संबोधन की शुरुआत सभी उपाधि प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों का उत्साहवर्धन, सभी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों को बधाई देते हुए की। कार्यक्रम के अतिथि आकाश एजुकेशनल सर्विसेज के अध्यक्ष जेसी चैधरी को जीएलए विश्वविद्यालय द्वारा मानद उपाधि प्रदान की गई। कुलसचिव अशोक कुमार सिंह ने सभी का स्वागत किया। प्रतिकुलपति प्रो. अनूप कुमार गुप्ता ने मुख्य अतिथि और विशिष्ट अतिथि का परिचय प्रस्तुत किया।
जीएलए ने पिछले सालों में कई उपलब्धियां हासिल की
कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता द्वारा विश्वविद्यालय की प्रगति के साथ-साथ भविष्य की योजनाओं पर प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि जीएलए ने पिछले सालों कई उपलब्धियां हासिल की हैं। विश्वविद्यालय को मिली यह उपलब्धियां भी छात्रों को बेहतर शिक्षकों द्वारा दी जा रही प्रदत्त शिक्षा का प्रमाण है। विश्वविद्यालय जिस प्रकार हमेशा छात्रों के साथ कंधे से कांधा मिलाकर चलता है, ठीक उसी प्रकार असहायों की मदद के लिए आगे रहता है। पिछले 10 वर्षों में एक से बढ़कर एक कंपनी ने जीएलए के छात्रों को रोजगार प्रदान किया है, लेकिन यह तभी संभव हो पाया है जब विश्वविद्यालय के शिक्षकों ने रोजगार पाने के लायक छात्रों को तैयार किया। इसके अलावा ट्रेनिंग एंड प्लेसमेंट विभाग की टीम ने कंपनियों में जाकर संपर्क साधा। आगे भी विश्वविद्यालय अपने छात्रों को बेहतर अवसर प्रदान करने की तैयारी में जुटा हुआ है। पहली बार में ही विश्वविद्यालय ने नैक में एक ग्रेड प्राप्त किया था और अब दूसरी बार सर्वोच्च 3.46 स्कोर के साथ नैक से ए प्लस ग्रेड हासिल किया है। तत्पश्चात जीएलए के पूर्व छात्र स्पेशल सिक्योरिटी एवं डायरेक्ट प्रशांत शर्मा को सीएम योगी आदित्य नाथ ने सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया। डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रो. आशीष शर्मा ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया
कुलाधिपति श्री नारायणदास अग्रवाल ने मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। जीएलए के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर ने गन्ना विकास एवं चीनी मिल मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री लक्ष्मीनारायण चैधरी को स्मृति चिन्ह भेंट किया। मुख्य वित अधिकारी विवेक अग्रवाल ने उच्च शिक्षा विज्ञान एवं प्रोद्यौगिकी इलेक्ट्राॅनिक्स एवं सूचना प्रोद्यौगिकी मंत्रालय के कैबिनेट मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कुलपति प्रो. फाल्गुनी गुप्ता ने कुलाधिपति श्री नारायणदास अग्रवाल को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कुलसचिव अषोक कुमार सिंह ने प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चैहान को स्मृति चिन्ह भेंट किया। कुलाधिपति द्वारा दीक्षांत समारोह के सम्पन्न होने की उद्घोषणा की गयी एवं शैक्षिक संस्थान के प्रस्थान से कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
यह रहे उपस्थित
विधायक श्रीकांत शर्मा, पूरन प्रका, मेघष्याम सिंह, राजेश चौधरी, जिला पंचायत अध्यक्ष किशन चैधरी, एमएलसी ओमप्रकाश सिंह, रविकांत गर्ग, भाजपा महानगर अध्यक्ष विनोद अग्रवाल, महापौर मुकेष आर्य बंधु, भाजपा जिलाध्यक्ष मधु शर्मा, श्याम सिंह अहेरिया, प्रदीप गोस्वामी, चिंताहरण चतुर्वेदी, चेतन्य स्वरूप पाराशर, भुवन भूशण कमल, जनार्दन शर्मा, कमल किशोर वाश्र्णेय, मुकेश खंडेलवाल सहित स्वीटी सुपारी के एमडी सुनील अग्रवाल, भारत विकास परिशद के संस्थापक अध्यक्ष अवधेश अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष कपिल अग्रवाल, देवेन्द्र अग्रवाल, कोशाध्यक्ष प्रणव गोस्वामी, अंशु अग्रवाल, विष्वनाथ, अनिरूद्ध अग्रवाल आदि उपस्थित रहे।
ब्रजभूमि के जीएलए में संवाद का अवसर सुखद क्षण: सीएम योगी
जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के 11वें दीक्षांत समारोह में सभी मंच पर मंचासीन सभी जीएलए के पदाधिकारीगणों, कैबिनेट मंत्रियों और सभी विद्यार्थियों का अभिवादन करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह सौभाग्य का क्षण है कि जब ब्रज भूमि स्थित प्रतिष्ठित विश्वविद्यालय के एकादष दीक्षांत समारोह में सभी के संवाद करने का अवसर प्राप्त हुआ है। सीएम योगी ने कहा कि आज अगर भारत एक भारत बना हुआ है तो राम, श्रीकृष्ण और भगवान शिव की आस्था से है। पूरब से पश्चिम तक सुदूर अरूणाचल में जायेंगे तो अरूणाचल में रूकमिणी की कथा रची बसी है, जिस प्रकार से ब्रजभूमि में आने पर राधे रानी की जय कहने से अपने आपको वंचित नहीं रख सकते। यही भाव सुदूर पूर्वोत्तर के राज्यों में महारानी रूकमिणी के साथ जुड़ा हुआ है।
ग्लोबल समिट निवेश बढ़ाएगा रोजगार
उप्र इन्वेस्टर ग्लोबल समिट में हुआ निवेश सभी युवाओं के लिए रोजगार की अनंत संभावनाए बनाएगा। जब प्रदेश में होने वाला निवेश और खुलने वाली नयी नयी यूनिटें युवाओं के लिए लाखों नौकरियां लेकर आएंगे। उन्होंने कहा कि स्टार्ट अप की संस्कृति के लिए युवाओं को सरकारी योजनाओं से जोड़ें। साथ ही मुख्यमंत्री ने छात्र-छात्राओं से कैरियर की दौड़ में बढ़ने के साथ ही अपनी विरासत से आत्मीयता और संवाद बनाए रखने का भी संदेश दिया।
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युवाओं को सरकारी योजनाओं से जुड़ने की जरूरत
सीएम ने कहा कि संस्थानों को इस दिशा में नए प्रयास करने चाहिए कि शासन की केंद्र ओर राज्य की योजनाओं को हम अपने पाठयक्रम का हिस्सा कैसे बनाएं। सरकार के कार्यक्रमों और योजनाओं को उनसे अलग करने की हम अक्सर कोशिश करते हैं, लेकिन जब छात्र यहां से निकलेगा तो क्या होगा। हमें एक टीम गठित करनी चाहिए जो छात्र छात्राओं को सरकारी योजनाओं की जानकारी दे। कोई अपना रोजगार खड़ा करना चाहिता है, परिवार के पास पैसा नहीं है।
दुनिया ने सराही कोरोना में भारत की व्यवस्थाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोरोना काल में आपने देखा होगा कि क्या स्थिति थी। लोग सशंकित थे कि भारत और उप्र में क्या होगा। दुनिया में जितने लोगा कोरोना से मरे थे, लेकिन उससे ज्यादा मौत भूख से हुई थी। लेकिन हमारी सरकार ने फ्री में टेस्ट, फ्री में उपचार, फ्री में वैक्सीन थी। पहली बार यह हुआ कि किसी महामारी के 9 महीने में ही वैक्सीन आ जाए। दुनिया में सबसे कम मृत्युदर और प्रबंधन भारत का रहा। डब्लूएचओ जैसी संस्थाओं ने भी सराहा।
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