Friday, November 22, 2024
Homeएजुकेशन & करिअरGLA University: जीएलए विधि के विद्यार्थियों ने दूसरी बार मूट कोर्ट प्रतियोगिता...

GLA University: जीएलए विधि के विद्यार्थियों ने दूसरी बार मूट कोर्ट प्रतियोगिता में बेहतर काूननी पढ़ाई के बल पर जीता अवार्ड

Date:

Related stories

GLA University ने पतंजलि यूनिवर्सिटी और रिसर्च फाउंडेशन के साथ किया करार

GLA University: आज विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा प्रदान करने...

GLA University: जीएलए के कुलपति और CEO ने किया विज्ञान बस का शुभारंभ

GLA University: नवोन्मेश और तकनीकी शिक्षा ही रोजगार के...

GLA University: जीएलए मैकेनिकल इंजीनियरिंग के 7 विद्यार्थी यूनो मिंडा में हुए चयनित

GLA University: ऑटोमोबाइल कंपोनेंट्स मैन्युफैक्चरिंग एवं अंतर्राष्ट्रीय ग्रिड में...

GLA University: इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ लाॅ में मूट कोर्ट प्रतियोगिता में परचम लहराने के बाद अब जीएलए विश्वविद्यालय, मथुरा के विधि संस्थान (लाॅ) के विद्यार्थियों ने कोलकाता के एडमस यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ एंड जस्टिस में पेगासस मामले में आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता जीतने के साथ ही बेस्ट रिसर्चर अवार्ड जीता है। यह अवार्ड जीएलए में विद्यार्थियों को मिल रही बेहतर कानूनन शिक्षा का प्रमाण है।

प्रतियोगिता में हुई लंबी बहस

कोलकाता के एडमस यूनिवर्सिटी में आयोजित हुई मूट कोर्ट प्रतियोगिता में पूरे देश की कुल 34 टीमों ने प्रतिभाग किया, जिसमें जीएलए विश्वविद्यालय विधि के विद्यार्थियों को भी प्रतिभाग करने का अवसर मिला। कोलकाता में आयोजित हुई मूट कोर्ट प्रतियोगिता में पेगासस मामले में काफी बहस हुई। इस बहस में जीएलए विधि के विद्यार्थियों ने सेमीफाइनल में सेंट फेवियर यूनिवर्सिटी कोलकाता को हराया। इसके बाद में फाइनल में बनारस हिंदू विश्वविद्यालय को हराकर बाजी मारी। प्रतियोगिता में विजयी विद्यार्थियों में माधव गोस्वामी, निमिशा सिन्हा एवं अवध प्रताप सिंह ने बताया कि प्रतियोगिता में वाकई बहुत लंबी बहस हुई।

जीएलए टीम को कानूनन बल लगाने की आवश्यकता ही नहीं पड़ी

प्रतियोगिता में बेस्ट रिसर्चर अवार्ड से सम्मानित छात्र अवध प्रताप सिंह ने बताया कि मूट कोर्ट प्रतियोेगिता में जीएलए की टीम को ज्यादा कानूनन बल लगाने की जरूरत ही नहीं पड़ी। छात्र ने कहा कि जीएलए विधि संस्थान में स्तर की मूट कोर्ट है, जिसमें सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट एवं जिला सत्र न्यायालयों के विधि विषेशज्ञों के द्वारा काफी जानकारी प्रदान की जाती है। इसके अलावा समय-समय पर मूट कोर्ट प्रतियोगिता आयोजित होती रहती है, जिससे काूननन जानकारी अधिक से अधिक मिलती है एवं बहस करने का सरल तरीका भी जानने और सीखने को मिलता है।

Also Read: Higher Education के मामले में UP ने मारी बाजी, AISHE की रिपोर्ट में 6 टॉपर राज्य का हुआ खुलासा

विद्यार्थियों को उच्च एवं सर्वोच्च न्यायालय के विषय-विशेषज्ञों के द्वारा भी मिल रही शिक्षा

विधि संकाय के एसोसिएट डीन एवं विभागाध्यक्ष डाॅ. आलोक वर्मा ने बताया कि मूट कोर्ट एक प्रकार मौखिक कार्यवाही है, जो अदालत की कार्यवाही के समान होती है, जिसमें छात्र कानून के आधार पर एक दूसरे से तर्क करते हैं। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता में प्रतिभाग कर विद्यार्थियों ने जीएलए विश्वविद्यालय का नाम रोशन किया है। साथ ही प्रतीत कराया है कि विद्यार्थियों को उच्च एवं सर्वोच्च न्यायालय के विषय-विशेषज्ञों के द्वारा भी शिक्षा प्रदान की जा रही है।

जीएलए का नाम रोशन

कुलसचिव अषोक कुमार सिंह ने कहा कि ऐसा दूसरी बार हुआ है कि जब विधि (लाॅ) के विद्यार्थियों अंतर्राष्ट्रीय एवं राष्ट्रीय स्तर पर आयोजित मूट कोर्ट प्रतियोगिता में जीएलए का नाम रोशन किया है। उन्होंने बताया कि पहले विद्यार्थियों ने इंदौर इंस्टीट्यूट ऑफ लाॅ में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मूट कोर्ट प्रतियोगिता में बेस्ट मूटर अवार्ड और अब कोलकाता में प्रतियोगिता जीतने के साथ बेस्ट रिसर्चर अवार्ड जीता है।

Also Read: Union Budget 2023: राष्ट्रपति ने कहा- हमें ऐसा भारत बनाना है जिसमें गरीबी न हो, वित्त मंत्री पेश करेंगी आर्थिक सर्वे

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Anjali Wala
Anjali Walahttp://www.dnpindiahindi.in
अंजलि वाला पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, अंजलि DNP India वेब साइट में बतौर Sub Editor काम कर रही हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है।

Latest stories