GLA University: जीएलए विश्वविद्यालय के शिक्षा संकाय (बीएड) द्वारा आयोजित कार्यक्रम ‘आरोहण‘ में विभिन्न जनपद व महानगरों से आये प्रतिभाशाली विद्यार्थियों ने अनेक सांस्कृतिक, साहित्यिक व रचनात्मक प्रतियोगिताओं में सहभागिता की और अपनी प्रतिभा को दर्शाया। विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चैहान, शिक्षा संकाय की प्राचार्या प्रो. कविता वर्मा एवं प्रतियोगिता में पधारे विभिन्न संस्थाओं के अतिथिगणों द्वारा प्रतियोगिता का शुभारंभ मां सरस्वती एवं प्रेरणास्त्रोत स्व. श्री गणेषीलाल अग्रवाल जी के चित्रपट के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया।
मेहनत व लगन का कोई विकल्प नहीं है
प्रो. चैहान ने प्रतिभागियों को सफला के मूलमंत्र देते हुए उनके उज्जवल उज्जवल भविश्य की कामना की। उन्होंने कहा कि मेहनत व लगन का कोई विकल्प नहीं है। यदि छात्र-छात्राएं नित और समय सारणी के माध्यम से पाठ्यक्रम व पाठ्यसहगामी क्रियाओं को सुनियोजित रूप से अपने जीवन में पालन करें तो, उन्हें सफलता व उपलब्धी अर्जित करने से कोई भी नहीं रोक सकता। यह प्रतिस्पर्धा का युग है और इस प्रकार की प्रतियोगिताएं हमें वो मंच प्रदान करती हैं जिनके माध्यम से हम अपने कौशल व क्षमताओं को आसानी से निखार सकते हैं। इसके लिए ही जीएलए विश्वविद्यालय निरंतर प्रतिभाओं को मंत्र प्रदान करने में अपनी अग्रणी भूमिका में नजर आ रहा है। उन्होंनेे अपने व्यक्तिगत जीवन के अनुभवों से प्रतिभागियों को कई संस्मरणों के माध्यम से प्रेरित कर उनमें एक अनुपम ऊर्जा का संचरण किया। प्रतियोगिता में मथुरा, आगरा, हाथरस, एटा, भरतपुर, कोसीकलां व अलीगढ के अनेकों विद्यालयों एवं महाविद्यालयों से प्रतियोगियों की सहभागिता रही, जिन्होंने आयोजन पोस्टर मेकिंग, रंगोली (एकल व समूह), गायन (एकल व समूह) एवं नृत्य (भारतीय व पाश्चात्य) प्रतियोगिताओं में सहभागिता की और अपने अनूठे प्रदर्षन के माध्यम से सभी की प्रषंसा हासिल की।
ये हैं कला व संगीत के महत्त्व
शिक्षा संकाय की प्राचार्या प्रो. कविता वर्मा द्वारा प्रतियोगियों की अविस्मणीय प्रस्तुतियों को सराहा। प्रो. वर्मा ने कला व संगीत के महत्त्व को बताते हुए षैक्षिक, व्यावहारिक व व्यावसायिक उपयोगिता को स्पश्ट किया। उन्होंने बताया की नृत्य, संगीत एवं रंगोली भारतीय संस्कृति की पहचान होने के साथ-साथ आत्म अभिव्यक्ति का वह सशक्त साधन है, जिसके द्वारा किसी भी समय, समाज, सभ्यता, संस्कृति, विचार, इतिहास आदि को जाना जा सकता है। जो भी विद्यार्थी अपनी क्षमताओं का अवसर प्राप्त होने पर उचित रूप से उसका उपयोग कर पाता है, वह कला व साहित्य के क्षेत्र में एक अविस्मरणीय अध्याय लिख जाता है, जिससे वह स्वयं के साथ परिवार, विद्यालय, समाज, क्षेत्र और राश्ट्र का नाम रोशन करता है।
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आरोहण के दौरान रंगोली समूह प्रतियोगिता में प्रथम स्थान आगरा कालेज की रेखा व अमरनाथ गल्र्स कालेज मथुरा की कविता सिंह, पूजा शर्मा, कुमारी रोशनी एवं दीपिका शर्मा ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान केआर गल्र्स पीजी कालेज मथुरा की ममता, रिंकी, उदिसाभीम एवं कविता ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान केआरगल्र्स पीजी कालेज की भूमिका पाल, खुशबू भरतिया, पूजा सिंह एवं कीर्ति कुमारी ने हासिल किया। पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अमरनाथ गल्र्स कालेज मथुरा की सोनिया व विधि शर्मा ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान अनन्या सिंह व प्रियंका प्रसाद तृतीय स्थान कल्पना माहौर, रितु, मुस्कान अग्रवाल एवं शंकर ने प्राप्त किया। गायन एकल प्रतियोंगिता में प्रथम स्थान लोकमनी शर्मा महाविद्यालय, मांट की मोहिनी शर्मा तथा द्वितीय स्थान जीएलए विवि के अभिशेक कुमार व तृतीय स्थान बीएसए कालेज की ज्योति राजपूत ने प्राप्त किया। गायन समूह प्रतियोगिता में प्रथम स्थान अभिशेक कुमार, सौरभ शर्मा ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान बीएसए कालेज की ज्योति राजपूत, गरिमा एवं मोहिनी तृतीय स्थान एसआरडीए कालेज की मीनेश चैधरी, वानी, मुस्कान उपाध्याय व खुशबू आग्निहोत्री ने प्राप्त किया। नृत्य एकल प्रतियोगिता (भारतीय शैली) में प्रथम स्थान पर एसआरडीए पीजी कालेज हाथरस की तृप्ती वर्मा रहीं। द्वितीय स्थान आरसीए गल्र्स पीजी कालेज मथुरा की प्रिया शर्मा तथा तृतीय स्थान केआर गल्र्स पीजी कालेज की सुश्मिता ने प्राप्त किया। नृत्य एकल प्रतियोगिता (पाष्चात्य षैली) में प्रथम स्थान बीएसए कालेज मथुरा की ऐलिस गौतम व द्वितीय स्थान आईओपी कालेज वृन्दावन की दीपा लोहिया एवं तृतीय स्थान अंजली चैहान ने प्राप्त किया। नृत्य समूह प्रतियोगिता (भारतीय) में प्रथम स्थान बीआईएमटी वृन्दावन की तुलसी, हिमांषी, प्राची, टीना, रोशनी, काजल, खुषी, सुभांत ने प्राप्त किया। द्वितीय स्थान केआर गल्र्स पीजी कालेज आषिमा भारद्वाज, प्रीति सैनी, सोनल वर्मा, आयुषी चैहान और लवली जादौन ने प्राप्त किया। तृतीय स्थान सोनल, भूमि एवं सीता ने प्राप्त किया।
ये मौजूद रहे
विश्वविद्यालय के प्रतिकुलाधिपति प्रो. दुर्ग सिंह चैहान द्वारा विजेताओं को ट्राॅफी और प्रमाणपत्र प्रदान कर प्रतियोगियों का उत्साहवर्धन किया। जीएलए विवि के शिक्षा संकाय (बीएड) द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता कार्यक्रम में संकाय के प्रथम व द्वितीय वर्श के प्रशिक्षक व शिक्षिकाओं ने बडे ही मनोयोग से कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। शिक्षा संकाय से असिस्टेंट प्रो. डाॅ. ज्योति शर्मा, डाॅ. प्रीती वर्मा, डाॅ. देवकीनन्दन शर्मा, डाॅ रितु शर्मा, हेम कुमार, राजकुमार एवं राजेश कुमार सिंह द्वारा कार्यक्रम का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।