Shobhit University Gangoh: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में आज दिन शनिवार को हिंदुस्तानी एकेडेमी उ. प्र., प्रयागराज (भाषा विभाग उ. प्र. शासन के नियंत्रणाधीन), पोएटिक आत्मा ट्रांस्फ़ॉर्मिंग इंडिया एवं ‘विरासत’ यूनिवर्सिटी हेरिटेज रिसर्च सेंटर, शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह (सहारनपुर) के संयुक्त तत्वावधान में सहारनपुर के प्रसिद्ध साहित्यकार पद्मश्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर की स्मृति में साहित्योत्सव 2024 के उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया।
पद्मश्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया
इस अवसर पर प्रसिद्ध साहित्यकार पद्मश्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला गया।कार्यक्रम के उद्घाटन समारोह का शुभारंभ शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुँवर शेखर विजेंद्र जी, डॉ. एस के उपाध्याय (सुप्रसिद्ध पर्यावरणविद एवं समाजसेवी), प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह (कुलपति, शोभित यूनिवर्सिटी, गंगोह), प्रो. रहमान मुसव्विर (शिक्षाविद, साहित्यकार, सुप्रसिद्ध शायर), एवं उपस्थित कविगण, साहित्यकार ने पुरे विधि विधान से मां सरस्वती एवं बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम की शुरुआत विश्वविद्यालय कुलगीत के साथ हुई।
तत्पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ. एस के उपाध्याय जी को शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुँवर शेखर विजेंद्र जी ने पुष्पगुच्छ व पटका पहनाकर उनका स्वागत किया।
तत्पश्चात कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने कुलाधिपति श्री कुँवर शेखर विजेंद्र जी को पुष्पगुच्छ व पटका पहनाकर उनका स्वागत किया तथा संस्था के केयर टेकर सूफी ज़हीर अख्तर द्वारा प्रो. रहमान मुसव्विर को पुष्पगुच्छ व पटका पहनाकर उनका स्वागत किया गया। तत्पश्चात कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह द्वारा कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह को पुष्पगुच्छ व पटका पहनाकर उनका स्वागत किया गया। साहित्योत्सव–2024 में मंच संचालन प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार व राजीव उपाध्याय यायावर द्वारा किया गया।
Shobhit University Gangoh के कार्यक्रम में प्रमुख लोग रहे मौजूद
कार्यक्रम में शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह ने स्वागत उद्बोधन में श्री कुँवर शेखर विजेंद्र जी, डॉ. एस के उपाध्याय, प्रो. रहमान मुसव्विर व उपस्थित कविगण, साहित्यकार एवं सभी गणमान्यों, पत्रकार बंधुओं का स्वागत किया। तत्पश्चात भगवान श्रीराम जी के व्यक्तित्व के विविध आयाम से परिचित कराने वाली पुस्तक ‘ऐसे हैं श्रीराम’पुस्तक का कुलाधिपति श्री कुँवर शेखर विजेंद्र जी द्वारा लोकार्पण किया गया।
साहित्योत्सव 2024 के उद्घाटन समारोह को सम्बोधित करते हुए शोभित विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री कुँवर शेखर विजेंद्र जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि पद्मश्री श्री कन्हैयालाल मिश्र ‘प्रभाकर’ जी का कार्य न सिर्फ साहित्यिक क्षेत्र तक रहा है, बल्कि उन्होंने जो भाषा शैली के द्वारा नए आयाम स्थापित किये है, वो छात्र एवं छात्राओं तक अवश्य पहुंचने चाहिए, जिसके लिए प्रतिवर्ष साहित्योत्सव श्रृंखला को जारी रखने का कार्य किया जाएगा। साहित्योत्सव 2024 के द्वारा छात्रों में साहित्य के प्रति रूचि व नए विचारों का सृजन होगा। हम आशा करते है आने वाले साहित्यकार जैसे दिनकर व निराला हमारे इन्हीं छात्रों के बीच से होंगे।
साहित्योत्सव 2024 में संगोष्टी के आयोजन में प्रसिद्ध साहित्यकार पद्मश्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर डॉ. विजेंद्र पाल शर्मा, डॉ शारदा द्विवेदी, वीरेंद्र आजम, मनोज रस्तोगी, वी के डोभाल, राजीव उपाध्याय यायावर ने अपने विचार रखते हुए बताया कि पद्मश्री कन्हैयालाल मिश्र प्रभाकर जी की कलम की नोक पर आकर शब्दों को जो श्रृंगार मिलता, उससे शब्दों का कायाकल्प हो जाता था। उनके वाक्य छूते हैं, गुदगुदाते हैं, डांटते हैं, पुचकारते हैं, तथा कान भी उमेठ देते हैं। आदर्शों का साहित्य रचने वाले प्रभाकर जी एक ईमानदार लेखक थे।
इस अवसर पर प्रो.(डॉ.) मदन कौशिक, प्रो.(डॉ.) गुंजन अग्रवाल, डॉ. भूपेंद्र चौहान, डॉ. अनिल रॉयल, डॉ. विश्वास कुमार, डॉ. शिवानी, शोएब हुसैन, रितु शर्मा, अनिल जोशी, प्रदीप शर्मा, अंशिका अग्रवाल, सोनाली रॉव, तरुण तायल वित्-लेखा अधिकारी जसवीर सिंह आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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