JNU: राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। इसकी खास वजह है UGC-NET परीक्षा को लेकर जारी तमाम कयासबाजी। जानकारी के मुताबिक JNU प्रशासन अब पीएचडी प्रवेश के लिए इन-हाउस प्रवेश परीक्षा पर विचार कर रहा है। इसके पीछे प्रमुख कारण है विश्वसनीयता संबंधी चिंताओं के कारण यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द कर दिया जाना।
समाचार एजेंसी एएनआई की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक जेएनयू शिक्षक संघ (JNUTA) ने इस संबंध नें एक अहम घोषणा भी कर दी है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि जेएनयू के इस कदम का क्या असर होता है।
JNU में इन-हाउस प्रवेश परीक्षा पर विचार
राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में पीएचडी (PhD) प्रवेश के लिए इन-हाउस प्रवेश परीक्षा पर विचार किया जा रहा है। इस संबंध में अहम जानकारी समाचार एजेंसी एएनआई के हवाले से सामने आई है। जानकारी के मुताबिक जेएनयू शिक्षक संघ (JNUTA) ने इस संबंध में अहम घोषणा भी कर दी है।
JNUTA की ओर से कहा गया है कि कुलपति शांतिश्री डी पंडित ने पीएचडी प्रवेश के लिए जेएनयू द्वारा अपनी स्वयं की प्रवेश परीक्षा आयोजित करने की पुरानी प्रणाली को पुनर्जीवित करने की संभावना को खोलने के लिए अहम निर्णय लिया है। इसके साथ ही शिक्षक संघ ने इस मामले में स्कूलों/केंद्रों के फैकल्टी से भी उनकी राय चाहता है।
NTA के रोल पर उठे सवाल
NEET, JEE-Mains, CUET और UGC-NET जैसे परीक्षाओं का आयोजन करने वाली नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की भूमिका पर कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। दरअसल NTA ने बीते दिनों ही विश्वसनीयता संबंधी चिंताओं के कारण यूजीसी नेट परीक्षा को रद्द कर दिया था। इसके अलावा NTA की ओर से आयोजित की जाने वाली NEET परीक्षा को लेकर भी विवाद जारी है। ऐसे में तमाम शिक्षण संस्थान अब NTA की भूमिका पर सवाल करते हुए इन-हाउस प्रवेश परीक्षा करने पर विचार कर रहे हैं।