NEET 2024: भारत के विभिन्न हिस्सों में चिकित्सा-स्नातक के पाठ्यक्रमों में प्रवेश पाने के लिए राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET) का आयोजन किया जाता है। वर्ष 2024 की बात करें तो टेस्ट एजेंसी की ओर से परीक्षा के सफल आयोजन के बाद इसके परिणाम भी जारी कर दिए गए हैं जिसके बाद पेपर लीक व परीक्षा में अनियमितता जैसे कई गंभीर आरोपों को लेकर घमासान छिड़ा है।
NEET 2024 को लेकर छिड़े विवाद के बीच ही उत्तर प्रदेश से मध्य प्रदेस तक जैसे राज्यों में बीते महीनों या वर्षों में हुए पेपर लीक के मामले सुर्खियां बना रहे हैं। ऐसे में आइए हम आपको NEET के साथ कुछ ऐसे प्रतियोगी परीक्षाओं के बारे में बताते हैं जिसमें पेपर लीक के आरोपों के कारण खूब घमासाम देखने को मिला था।
NEET 2024 प्रतियोगी परीक्षा को लेकर विवाद
चिकित्सा-स्नातक के पाठ्यक्रमों में दाखिला लेने के लिए अभ्यर्थी नेशनल एंट्रेंस कम एलिजिबिलिटी टेस्ट (NEET) परीक्षा में बैठते हैं। इस वर्ष (2024) भी नीट परीक्षा का आयोजन बेहद सफल रहा था। हालाकि 4 जून को इस प्रतियोगी परीक्षा के परिणाम जारी होने के बाद नया घमासान देखने को मिल रहा है। अभ्यर्थियों का आरोप है कि “एक ही परीक्षा सेंटर से 6-7 अभ्यर्थियों को पूर्ण अंक मिले हैं जो कि परीक्षा में हुई अनियमितता को दर्शाते हैं। ऐसे में NEET 2024 की परीक्षा रद्द कर फिर से परीक्षा आयोजित की जाए।”
हालाकि राष्ट्रीय टेस्टिंग एजेंसी (NTA) इस तरह के सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर रहा है और उनका दावा है कि परीक्षा के परिणाम पूरी पारदर्शिता के साथ जारी हुए हैं और इसमें किसी भी तरह की अनियमितता नहीं हुई है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि अभ्यर्थियों की मांग व तमाम आरोपों के बीच NTA का स्टैंड क्या होता है?
MP-UP में भी लग चुके हैं पेपर लीक के आरोप
NEET 2024 परीक्षा में लग रहे अनियमितता के आरोपों के बीच ही मध्य प्रदेश से लेकर उत्तर प्रदेश, बिहार व राजस्थान जैसे राज्यों में पेपर लीक के कारण मच चुके घमासान का जिक्र होने लगा है। ऐसे में आइए हम आपको इन प्रमुख राज्यों में पेपर लीक से जुड़े आरोपों के बारे में बारी-बारी से बताते हैं।
उत्तर प्रदेश– UP की बात करें तो यहां 17 और 18 फरवरी 2024 को आयोजित की गई कॉन्सटेबल भर्ती परीक्षा के दौरान ही पेपर लीक के मामले सामने आए थे। इसके बाद सूबे में भारी हंगामा देखने को मिला था और आनन-फानन में योगी सरकार ने इस भर्ती परीक्षा को रद्द कर आगामी छह महीने में पुन: कराने के आदेश जारी किए थे।
मध्य प्रदेश– MP की बात करें तो यहां वर्ष 2023 की शुरुआत में 8 जनवरी को संपन्न हुई पटवारी भर्ती परीक्षा में भी पेपर लीक से जुड़ा मामला सामने आया था। इसके बाद सूबे में खूब घमासान देखने को मिला था और परीक्षा में शामिल हुए लाखों अभ्यर्थियों ने परीक्षा रद्द करने की मांग की थी। मध्य प्रदेश लोक सेवा आयोग ने अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए आरोप के बाद इसकी जांच की थी और परीक्षा रद्द करने का निर्णय लिया था।
बिहार– बिहार में 5 मार्च को शिक्षक भर्ती परीक्षा का तीसरा चरण संपन्न हुआ था जिसके बाद पेपर लीक होने के आरोप लगे। अभ्यर्थियों द्वारा लगाए गए आरोपों पर लोक सेवा आयोग ने जांच की और यह परीक्षा स्थगित कर दी गई औैर मामला पटना हाईकोर्ट भी पहुंचा है।
राजस्थान– राजस्थान की बात करें तो यहां सितंबर 2021 में हुए राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) की भर्ती में पेपर लीक का मामला करीब 2.5 साल बाद सामने आया। दरअसल आरपीएससी ने फरवरी, 2021 में 859 पदों पर सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर पदों पर भर्ती निकाली थी। इस दौरान चयनित अभ्यर्थियों को जॉइनिंग दी गई और पुलिस एकेडमी में उनकी ट्रेनिंग शुरू हो गई। हालाकि मार्च 2024 में स्पेशल ऑपरेशन ग्रूप (SOG) ने पेपर लीक का खुलासा कर 40 नामजद अभियुक्तों के खिलाफ अभियोग पंजीकृत कराया और 14 ट्रेनी सब इंस्पेक्टरों को हिरासत में लिया गया।