NEET Result 2024: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2024 के परिणाम 4 जून को जारी किए गए थे जिसके बाद से देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध के स्वर गूंज रहे हैं। दरअसल NEET परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षा कराने वाली एजेंसी (NTA) पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।
नीट परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों का दावा है कि नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की ओर से परीक्षा के परिणाम में अनियमितता की गई है। इसके अलावा पेपर लीक व ग्रेस मार्क को लेकर भी खूब सवाल उठ रहे हैं। NEET परीक्षा परिणाम 2024 के जारी होने के बाद जारी घमासान के बीच आज NTA की ओर से स्पष्टीकरण जारी कर सभी आरोपों का खंडन किया गया है। ऐसे में आइए हम आपको NTA की ओर से जारी किए गए स्पष्टीकरण के बारे में विस्तार से बताते हैं।
NTA ने जारी किया स्पष्टीकरण
NEET 2024 परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने परीक्षा कराने वाली एजेंसी NTA पर अनियमितता अपनाने, पेपर लीक, कट ऑफ व ग्रेस मार्क से जुड़े कई पहलुओं पर गंभीर आरोप लगाए हैं। इन सभी आरोपों को लेकर अब NTA ने स्पष्टीकरण जारी कर सभी सवालों का जवाब देने की कोशिश की है। ऐसे में आइए आपको बताते हैं कि एनटीए ने अपने स्पष्टीकरण में क्या कहा है-
सवाल– समय की हानि के लिए क्षतिपूर्ति अंक देने में कष्ट निवारण समिति की भूमिका क्या थी और ऐसा क्यों किया गया?
जवाब– कुछ केंद्रों पर NEET 2024 परीक्षा में समय के नुकसान के लिए माननीय उच्च न्यायालयों के समक्ष उम्मीदवारों द्वारा कुछ रिट याचिकाएं दायर की गईं थीं। तदनुसार, एक शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया, जिसने पदाधिकारियों की तथ्यात्मक रिपोर्ट और संबंधित परीक्षा केंद्रों के सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शिकायतों/अभ्यावेदन पर विचार किया। समय की हानि की भरपाई के लिए ऐसे अभ्यर्थियों को प्रतिपूरक अंक देकर मुआवजा दिया गया।
सावल– प्रतिपूरक अंकों की गणना कैसे की गई?
जवाब– परीक्षा के समय के नुकसान का पता लगाया गया था और ऐसे उम्मीदवारों को माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा डब्ल्यू.पी. में दिनांक 13.06.2018 के फैसले के तहत स्थापित तंत्र/सूत्र के अनुसार, उनकी उत्तर देने की दक्षता और बर्बाद हुए समय के आधार पर 1563 उम्मीदवारों को समय की हानि के लिए प्रतिपूरक अंक दिया गया।
सवाल– कोई भी उम्मीदवार NEET (UG) 2024 में 718 और 719 अंक कैसे प्राप्त कर सकता है?
जवाब– प्रतिपूरक अंकों के कारण, दो उम्मीदवारों को 718 और 719 अंक प्राप्त हुए हैं।
सवाल– क्या 44 पूर्ण स्कोरर (720/720), जिन्होंने दो सही उत्तरों के साथ भौतिकी प्रश्न से लाभ उठाया, उन्हें भी प्रतिपूरक या अनुग्रह अंक प्राप्त हुए?
जवाब– नहीं, प्रतिपूरक अंक केवल समय की हानि होने वाले उम्मीदवारों को दिया गया था।
सवाल– क्या यह सच है कि बिहार या गोधरा में पेपर लीक हुआ है?
जवाब– यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि कोई भी रिपोर्ट ऐसे साक्ष्य के साथ समर्थित नहीं है जो पेपर लीक का संकेत दे सके। ये मामले पेपर लीक से नहीं बल्कि नकल/प्रतिरूपण से संबंधित प्रतीत होते हैं। जबकि उपरोक्त मामलों में जांच के नतीजे का इंतजार है, एनटीए ने पेपर लीक के किसी भी मामले से स्पष्ट रूप से इनकार किया है।
(संदर्भ- प्रेस विज्ञप्ति दिनांक 05.05.2024 और 06.05.2024) इसके अलावा, एनटीए के अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल और मानक संचालन प्रक्रियाएं हैं, यह पाया गया है कि मुद्रित किए गए सभी प्रश्न पत्रों का हिसाब दिया गया है, और इसका कोई सवाल ही नहीं है पेपर लीक हुआ हो।
NTA को हाल ही में कुछ उम्मीदवारों से संबंधित दस्तावेजों की आवश्यकता के संबंध में पटना पुलिस से संचार प्राप्त हुआ है। सभी प्रासंगिक जानकारी और दस्तावेज़ उन्हें सक्रिय रूप से प्रदान किए गए हैं। एनटीए इस मामले में शामिल सभी जांच और कानून प्रवर्तन एजेंसियों को पूरी तरह से समर्थन और सहायता करने के लिए प्रतिबद्ध है।
सवाल– क्या 1563 उम्मीदवारों के अलावा भी कोई अभ्यर्थी था जिसे प्रतिपूरक अंक प्राप्त हुए?
जवाब– नहीं, प्रतिपूरक अंक विशेष रूप से उन 1563 अभ्यर्थियों को प्रदान किए गए थे जिनके समय की हानि हुई थी ताकि भरपाई हो सके।
नोट– सभी सवाल और जवाब NTA के आधिकारिक एक्स हैंडल पर दर्ज हैं।
NTA पर क्यों उठे सवाल?
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (NEET) 2024 का आयोजन कराने वाली एजेंसी NTA पर अभ्यर्थियों ने कई कारणों से सवाल उठाए। दरअसल इससे पूर्व नीट परीक्षा में पूर्ण अंक (720 में 720) पाने वाले अभ्यर्थियों की संख्या नाम मात्र ही रही है जबकि इस बार 67 अभ्यर्थियों ने ये कारनाम कर दिखाया। इसके अलावा नीट परीक्षा के परिणाम पहले 14 जून को जारी होने वाले थे लेकिन NTA ने अपने तत्परता व कुशलता से इसे 10 दिन पहले यानी 4 जून को ही जारी कर दिया। वहीं उच्च कट-ऑफ, रैंक विसंगतियां, नतीजों का समय व पारदर्शिता की कमी को लेकर भी NTA पर सवाल उठाए गए हैं।