NEET Result 2024: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2024 (NEET) परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद से घमासान का दौर जारी है। NEET परीक्षा के अभ्यर्थियों ने इस क्रम में नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) पर कई तरह के आरोप लगाए हैं जिसको लेकर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का दौर जारी है। NEET 2024 को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच ही आज कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस किया और BJP पर निशाना साधते हुए NTA की भूमिका पर भी सवाल उठाए। ऐसे में आइए हम आपको राहुल गांधी द्वारा उठाए गए तमाम सवालों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
NEET परीक्षा को लेकर राहुल गांधी की प्रेस कॉन्फ्रेंस
नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट 2024 (NEET) परीक्षा परिणाम व UGC-NET परीक्षा पर उठ रहे तमाम सवालों के बीच आज कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि हम इन मुद्दों को सदन में उठाएंगे।
NEET परीक्षा में पेपर लीक UGC-NET परीक्षा को रद्द करने के प्रश्न पर राहुल गांधी ने कहा कि “ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि हमारे सभी संस्थानों पर कब्जा कर लिया गया है। हमारे कुलपतियों को योग्यता के आधार पर नहीं बल्कि इसलिए रखा जाता है क्योंकि वे एक विशेष समुदाय या संगठन से आते हैं जिसने हमारी शिक्षा प्रणाली में प्रवेश किया और इसे नष्ट कर दिया है।” राहुल गांधी ने BJP पर निशाना साधते हुए कहा कि “पीएम मोदी ने नोटबंदी लाकर जो अर्थव्यवस्था के साथ जो किया था, वह अब शिक्षा प्रणाली के साथ किया गया है और यही कारण है कि आप पीड़ित हैं।”
राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर तंज कसते हुए ये भी कहा कि “कहा जा रहा था कि पीएम मोदी ने रूस-यूक्रेन युद्ध रोक दिया था, लेकिन कुछ कारणों से नरेंद्र मोदी पेपर लीक नहीं रोक पाए हैं या रोकना नहीं चाहते हैं।”
NTA द्वारा UGC-NET परीक्षा रद्द करने वाले सवाल पर राहुल गांधी ने कहा कि “हम एक आपदा वाली स्थिति में है और हमारे पास ऐसी सरकार है जो अपंग है। यह एक गहरा राष्ट्रीय संकट है। मुझे नहीं लगता सरकार के अंदर प्रतिक्रिया देने की क्षमता है।”
NTA की भूमिका पर क्या बोले राहुल गांधी?
राहुल गांधी ने NEET व UGC-NET परीक्षा का आयोजन करने वाली परीक्षा एजेंसी NTA की भूमिका पर भी सवाल किए हैं।
राहुल गांधी ने स्पष्ट किया कि “NEET पेपर लीक मामलों में शिक्षा मंत्री की कोई विश्वसनीयता नहीं है। अगर वे क्लीन चिट देते हैं, तो इसका कोई मतलब नहीं है, उनकी विश्वसनीयता शून्य है। हर कोई जानता है कि NEET 2024 परीक्षा में अनियमितता का केन्द्र मध्य प्रदेश, गुजरात और उत्तर प्रदेश रहे हैं।”