NEET-UG Result 2024: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET) परीक्षा 2024 के परिणाम जारी होने के बाद लगातार विरोध के स्वर गूंज रहे हैं। ताजा जानकारी के अनुसार आज फिर एक बार सुप्रीम कोर्ट (SC) ने कथित पेपर लीक व कदाचार के मामले में दर्ज की गई याचिकाओं पर सुनवाई करते हुए, नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) व केन्द्र सरकार को नोटिस जारी कर जवाब तलब किया है।
सुप्रीम कोर्ट की ओर से स्पष्ट किया गया है कि “अगर किसी की ओर से 0.001% भी लापरवाही हुई हो तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए।”
कथित पेपर लीक आरोप पर SC का कड़ा रूख
राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 2024 (NEET) के परिणाम जारी होने के बाद देश के विभिन्न हिस्सों में विरोध के स्वर गूंज रहे हैं। दरअसल 4 जून को नेशनल टेस्टिंग एजेंसी की ओर से NEET परीक्षा 2024 के परिणाम जारी हुए थे जिसमें 60 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पूर्ण अंक प्राप्त हुए थे।
NEET 2024 का परिणाम जारी होने के बाद अभ्यर्थी सड़क पर उतरे व पेपर लीक के साथ अनियमितता के आरोपों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दर्ज की गई। सुप्रीम कोर्ट (SC) ने आज फिर एक बार कथित पेपर लीक व परीक्षा में अनियमितता से जुड़े याचिका पर सुनवाई करते हुए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और केन्द्र सरकार को नोटिस जारी किया है। SC ने कड़ा रूख अपनाते हुए स्पष्ट किया गया है कि “अगर किसी की ओर से 0.001% भी लापरवाही हुई हो तो इससे पूरी तरह निपटा जाना चाहिए।”
SC की फटकार के बाद एक्शन में आया था NTA
NEET 2024 परीक्षा के परिणाम जारी होने के बाद नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की भूमिका पर सवाल उठने लगे थे। परीक्षा में शामिल होने वाले अभ्यर्थियों ने NEET 2024 में कथित पेपर लीक व अनियमितता को लेकर सुप्रीम कोर्ट (SC) में याचिका दर्ज कराई। इस पूरे प्रकरण की सुनवाई करते हुए SC ने पहले भी NTA को फटकार लगाई थी जिसके बाद एनटीए एक्शन मोड में नजर आया था। SC में चल रही सुनवाई के दौरान ही NTA ने ग्रेस मार्क हासिल करने वाले सभी अभ्यर्थियों के स्कोर कार्ड रद्द कर दिए और उन्हें फिर परीक्षा में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया गया। बता दें कि ये परीक्षा 23 जून को आयोजित होनी है जिसके परिणाम 30 जून से पहले जारी किए जाएंगे।
क्या है NTA व केन्द्र का स्टैंड?
NEET 2024 परीक्षा में कथित पेपर लीक व अनियमितता को लेकर नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) व केन्द्र की ओर से स्पष्टीकरण जारी किया जा चुका है। केन्द्र की ओर से शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान ने स्पष्ट कर दिया है कि पेपर लीक से जुड़े सभी आरोप निराधार हैं और कहीं भी पेपर लीक से जुड़ी कोई घटना नहीं हुई है। NTA की ओर से भी स्पष्टीकरण जारी कर बताया जा चुका है कि कथित पेपर लीक से जुड़े सभी आरोप निराधार हैं और इस तरह की कोई वारदात नहीं हुई है। ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि SC में जारी सुनवाई का हासिल क्या होता है और NTA व केन्द्र कथित पेपर लीक को लेकर SC में क्या जवाब देते हैं।