NTA: नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) एक विशेषज्ञता प्राप्त स्वायत्त संस्था है जो कि देश के उच्च शिक्षा संस्थानों में दाखिला के लिए प्रवेश परीक्षाएं आयोजित कराती है। हालाकि इन दिनों NTA की भूमिका खूब संदिग्ध रही है। दरअसल बीते कल यानी 19 जून को ही NTA ने नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट से मिले इनपुट के आधार पर University Grants Commission–National Eligibility Test (UGC-NET) 2024 परीक्षा को रद्द कर दिया है।
जानकारी के मुताबिक एनालिटिक्स यूनिट ने अपने रिपोर्ट में धांधली का खुलासा किया था। ऐसे में NEET 2024 को लेकर सवालों के घेरे में खड़ी NTA पर एक और बड़ा आरोप लगने लगा है। दावा किया जा रहा है कि NTA अपने मकसद से उलट अब परीक्षाओं का आयोजन करा पाने में नाकामयाब साबित हो रही है। ऐसे में आइए हम आपको NTA के मूल उद्देश्य के बारे में बताते हैं।
NTA का मकसद
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की स्थापना केन्द्र सरकार ने एक खास उद्देश्य से की थी। दरअसल वर्ष 2017 में केंद्र के मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने उच्च शिक्षा में प्रवेश के लिए एक स्वतंत्र एजेंसी के गठन की बात कही और अंतत: 1 मार्च 2018 को NTA का गठन हो सका। सरकार की ओर से स्पष्ट किया गया कि विभिन्न यूनिवर्सिटी और संस्थानों में प्रवेश के लिए परीक्षाओं का आयोजन अब NTA करेगा। इसमें JEE, CUET, NEET जैसी प्रतियोगी परीक्षाएं शामिल की गईं। हालाकि वर्ष 2024 में NEET व UGC-NET में अनियमितता व पेपर लीक के आरोपों के बाद NTA की भूमिका पर संदेह उठा है और दावा किया जा रहा है कि परीक्षा एजेंसी अपने मकसद में नाकाम होती नजर आ रही है।
NEET 2024 के बाद UGC-NET को लेकर छिड़ा विवाद
नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) बीते 16-18 दिनों से लगातार सुर्खियों में है। दरअसल 4 जून को NTA ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा 2024 (NEET) के परिणाम जारी किए थे। इस दौरान 60 से ज्यादा अभ्यर्थियों को पूर्ण अंक प्राप्त हुए जिसके कारण परीक्षा में अनियमितता व पेपर लीक से जुड़े तमाम आरोप लगे। इसके बाद मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है और NTA ने आनन-फानन में ग्रेस मार्क हासिल करने वाले 1563 अभ्यर्थियों के स्कोर कार्ड रद्द कर पुन: परीक्षा कराने के आदेश दे दिए हैं।
NEET 2024 को लेकर अभी सवालों का दौर जारी ही था कि तब तक बीते कल यानी 19 जून को NTA ने UGC-NET 2024 की परीक्षा रद्द कर दी। ध्यान देने योग्य बात ये है कि NEET 2024 परीक्षा में धांधली के तमाम आरोपों के बीच NTA ने सन्नाटे में UGC-NET की परीक्षा रद्द कर दी। ऐसे में दावा किया जा रहा है कि NTA अपने मकसद से कोसो दूर निकल कर NEET व UGC-NET जैसे परीक्षाओं का आयोजन कराने में नाकामयाब रहा है। अब देखना होगा कि इस पूरे प्रकरण का सामना NTA कैसे करता हैं।
UGC-NET की परीक्षा
University Grants Commission–National Eligibility Test (UGC-NET) 2024 की परीक्षा 18 जून को ही देश के अलग-अलग परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित गई थी। इस परीक्षा में देश भर से 11 लाख से ज्यादा अभ्यर्थी शामिल हुए। दरअसल UGC-NET परीक्षा के आधार पर स्नातकोत्तर प्रतियोगियों को विश्वविद्यालयों में शिक्षण प्रवेश दिया जाता है। हालाकि UGC-NET परीक्षा के एक दिन बाद ही 19 जून को NTA ने इसे रद्द करना का निर्णय लिया है। नेशनल साइबर क्राइम थ्रेट एनालिटिक्स यूनिट से मिले धांदली के इनपुट संबंधी आधार पर NTA की ओर से ये कदम उठाए गए हैं। ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि NTA इस पूरे प्रकरण पर आगे क्या स्टैंड लेता है और NEET 2024 व UGC-NET 2024 से जुड़े विरोध प्रदर्शन का सामना कैसे करता है।
ABVP ने भी उठाए सवाल
NTA द्वारा UGC-NET 2024 की परीक्षा रद्द करने के बाद परीक्षा एजेंसी लगातार सवालों के घेरे में फंसती नजर आ रही है। इस पूरे प्रकरण को लेकर अब अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने भी सवाल उठाए हैं।
ABVP के राष्ट्रीय महासचिव याज्ञवल्क्य शुक्ला ने स्पष्ट किया है कि “NTA के कदम से उसकी विश्वसनियता पर प्रश्न खड़े हुए हैं। भारत सरकार को इस मामले का संज्ञान लेकर सख्त कदम उठाना चाहिए जिससे कि छात्रों के भीतर किसी तरह का कोई संदेह न रहे।”