Shobhit University Gangoh: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह द्वारा दिनांक 10-04-2023 को जे० पी० माथुर ऑडिटोरियम शोभित विश्वविद्यालय, गंगोह में ‘दवा मुक्त जीवन’ विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता आयोजित की गई। इस विशेषज्ञ वार्ता में विश्वविद्यालय के सभी विभागों के छात्र-छात्राओं और फैकल्टी सदस्यों ने सक्रिय रूप से भाग लिया।
समाज को प्राकृतिक चिकित्सा, गांधीवादी व सामाजिक कार्यों के माध्यम से लाभन्वित किया
कार्यक्रमों की शरुआत शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ. जेकब वडक्कनचेरी, डॉ. शैलेंद्र भारद्वाज, डॉ. एस. के. पाठक एवं डॉ. कपिल उपाध्याय के द्वारा मां सरस्वती एवं बाबू विजेंद्र जी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर की गई। तत्पश्चात कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ. जेकब वडक्कनचेरी का पुष्पगुच्छ भेट कर स्वागत किया।
कार्यक्रम की शुरुआत में स्कूल ऑफ एजुकेशन विभाग के डीन एंड हेड प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार ने मुख्य वक्ता डॉ. जेकब वडक्कनचेरी का परिचय देते हुए बताया कि डॉ. जेकब वडक्कनचेरी का जीवन बड़ा ही सहज व सरल रहा है, डॉ. जेकब वडक्कनचेरी ने लम्बे समय से समाज को प्राकृतिक चिकित्सा, गांधीवादी व सामाजिक कार्यों के माध्यम से लाभन्वित किया है।
इसे भी पढ़ेंःKarnataka Election 2023: कर्नाटक कांग्रेस की अंतर्कलह आई बाहर, अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के
ये लोग रहे मौजूद
इस अवसर पर कार्यक्रम में आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ. जेकब वडक्कनचेरी ने दवा मुक्त जीवन विषय पर सभी को संबोधित करते हुए कहा कि हम सभी को एलोपैथिक दवाओं का प्रयोग जीवन से हटा देना चाहिए, स्वस्थ जीवन जीने के लिए सभी को खाद्य पदार्थों को मूल रूप से उपयोग करना होगा। उन्होंने आगे बताया कि दवा मुक्त जीवन जीने के लिए दिनचर्या में सुधार करना अत्यंत आवश्यक है, वर्तमान जीवन के समय में लोगों का जीवन तनावपूर्ण हो गया है। ऐसी परिस्थिति में खान-पान व दिनचर्या में सुधार कर बेहतर जीवन जिया जा सकेगा। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह व उपस्थित अन्य गणमान्यों ने मुख्य वक्ता डॉ. जेकब वडक्कनचेरी को शॉल व विश्वविद्यालय स्मृति चिन्ह भेट कर सम्मानित किया। कार्यक्रम के समन्वयक प्रो.(डॉ.) प्रशांत कुमार रहे। इस अवसर पर कार्यक्रम में डॉ. आरिफ नसीर, डॉ. जुल्फिकार, डॉ.कृष्णानंद, डॉ.कुशाग्र गोयल, डॉ. ज्योति उपाध्याय, डॉ. भूमि, डॉ. शिबा झा, डॉ. भक्ति, अंशिका, अंकुर भारती आदि उपस्थित रहे।