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Shobhit University Gangoh में स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एवं साइंसेज विभाग द्वारा”मिट्टी और पानी: जीवन का स्रोत”विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन

Shobhit University Gangoh: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 5-12-2023 दिन मंगलवार को स्कूल ऑफबायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एवं साइंसेज विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में विश्व मृदा दिवस के अवसर पर "मिट्टी और पानी: जीवन का स्रोत" विषय पर सभी छात्र-छात्राओं के लिए एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।

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Shobhit University Gangoh: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में दिनांक 5-12-2023 दिन मंगलवार को स्कूल ऑफबायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एवं साइंसेज विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के सेमिनार हॉल में विश्व मृदा दिवस के अवसर पर “मिट्टी और पानी: जीवन का स्रोत” विषय पर सभी छात्र-छात्राओं के लिए एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया।इस विशेष व्याख्यान में आमंत्रित मुख्य वक्ता के रूप में डॉ.मंजू चौहान डीएवी कॉलेज, मुजफरनगर से शामिल रही।इस विशेष व्याख्यान का उद्देश्य मिट्टी का महत्व तथा हमारे गृह पर इस की महत्वपूर्ण भूमिका को प्रदर्शित करना रहा।

मिट्टी और पानी: जीवन का स्रोत”विषय पर विशेष व्याख्यान का आयोजन


कार्यक्रम का शुभारंभ शोभित विश्व विद्यालय गंगोह कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह, आमंत्रित मुख्य वक्ता डॉ.मंजू चौहान, डीन रिसर्च प्रो.(डॉ.) राजीव दत्ता व उपस्थित सभी शिक्षक गण ने मां सरस्वती एवं बाबू विजेंद्रजी की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन कर किया। कार्यक्रम की शुरुआत में डीन रिसर्च एंड डीन स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एवं साइंसेज प्रो.(डॉ.) राजीव दत्ता ने स्वागत भाषण के साथ छात्र-छात्राओं को विश्व मृदा दिवस के बारे में बताया और व्याख्यान के विषय के प्रति प्रेरित किया।तत्पश्चात आमंत्रित अतिथि वक्ता डॉ.मंजू चौहान ने सेमिनार हॉल में उपस्थित सभी छात्र एवं छात्राओं को भारत में मृदा संरक्षण की विभिन्न विधियों के विषय में अवगत कराया।उन्होंने अपने उध्बोधन में बताया कि मिट्टी वन्य जीवों, पौधों और मनुष्यों के लिए जीवन-निर्वाह स्रोत है।

प्रमुख लोगों ने की शिरकत

इसमें विभिन्न प्रकार के पोषक तत्व होते हैं जो पौधों के विकास और प्रकृति के संतुलन, जलप्रवाह, पर्यावरण संतुलन और जलवायु परिवर्तन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।मिट्टी का उचित उपयोग मिट्टी की उर्वरता, प्रदूषण कम करने और जल परिसंचरण को बढ़ावा देने में मदद करता है।स्कूल ऑफ़ एग्रीकल्चर एंड एनवायरमेंटल साइंसेज विभाग की हेड डॉ.शिवानी ने सभी छात्रों को विषय के सन्दर्भ में मिली जानकारी को व्यावहारिक जीवन में प्रयोग करने के लिए सुझाव दिए।कार्यक्रम का आयोजन सरिता शर्मा व संचालन सोनाली राव द्वारा किया गया।
इस अवसर पर शोभितविश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह व कुल सचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों एवं सभी छात्र-छात्राओं को अनेक शुभकामनाये दी
कार्यक्रम के अंत में स्कूल ऑफ बायोलॉजिकल इंजीनियरिंग एवं साइंसेज की को-ऑर्डिनेटर असिस्टेंट प्रोफेसर सरिता शर्मा ने कार्यक्रम के मुख्य अतिथि व सभी गणमान्यों एवं छात्र-छात्राओं का धन्यवाद व आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर डॉ.अनिल कुमार पांडे, डॉ.ऋषभ चित्रांशी, डॉ.गरिमा वर्मा, पारुलसैनी, अनमचौधरी, अंकुर कुमार एवं राजकुमार सिंह आदि का विशेष सहयोग रहा।

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