Shobhit University: शोभित विश्वविद्यालय गंगोह में 26 अप्रैल यानी बुधवार को स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज विभाग द्वारा विश्वविद्यालय के सेमीनार हॉल में विश्व बौद्धिक संपदा अधिकार दिवस पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस वर्ष विश्व बौद्धिक संपदा दिवस 2023 की थीम “महिला और आईपी: त्वरित नवाचार और रचनात्मकता” है।
छात्र-छात्राओं ने प्रस्तुत किए विचार
इस थीम पर स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज विभाग के छात्र एवं छात्राओं ने अपने-अपने विचार प्रस्तुत किए। जिनमे बी.ए.एलएलबी तृतीय वर्ष की छात्रा इनायत रहमानी, बी.ए.एलएलबी द्वितीय वर्ष की छात्रा जान्हवी राठौड़ व सफिया ने इस विषय के महत्व को विचारों के माध्यम से दर्शाया।
बौद्धिक संपदा अधिकार के विषय की दी जानकारी
इस कार्यक्रम का शुभारंभ स्कूल ऑफ लॉ एंड कांस्टीट्यूशनल स्टडीज विभाग के डीन प्रो.(डॉ.) प्रीतम सिंह पँवार ने किया, जिसमें उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को बौद्धिक संपदा अधिकार के विषय की जानकारी से अवगत कराया। उन्होंने बताया कि विश्व बौद्धिक संपदा दिवस हर साल 26 अप्रैल को मनाया (Shobhit University) जाता है। यह दिन बौद्धिक संपदा के महत्व और उद्देश्यों को उजागर करने के लिए मनाया जाता है। विश्व बौद्धिक संपदा दिवस नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में बौद्धिक संपदा अधिकारों तथा पेटेंट, ट्रेडमार्क, औद्योगिक डिजाइन, कॉपीराइट की भूमिका के बारे में जागरूकता फैलाने का दिन है।
ये रहे मौजूद
कार्यक्रम के समन्वयक विधि विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. उस्मान उल्लाह खान रहे। इस अवसर पर शोभित विश्वविद्यालय गंगोह (Shobhit University) के कुलपति प्रो.(डॉ.) रणजीत सिंह, कुलसचिव प्रो.(डॉ.) महिपाल सिंह ने कार्यक्रम के आयोजकों को शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के अंत में असिस्टेंट प्रोफेसर गौरव त्यागी ने शोभित विश्वविद्यालय गंगोह के कुलपति रणजीत सिंह, कुलसचिव महिपाल सिंह का धन्यवाद व आभार प्रकट किया। इस अवसर पर कार्यक्रम में शक्ति सिंह, रविकांत दीक्षित, आदित्य तोमर, गीता परमार आदि शिक्षकगण उपस्थित रहे।
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