Subharti University: यूपी स्पेशल टास्क फोर्स ने मेरठ के एक विश्वविद्यालय में औचक छापेमारी के दौरान CSIR NET पेपर लीक का खुलासा किया है। गौरतलब है कि अभी नीट-यूजी पेपर लीक का मामला शांत भी नहीं हुआ था कि यूपी एसटीएफ द्वारा एक और पेपर लीक का खुलासा किया गया है। मालूम हो कि CSIR नेट एग्जाम 25 से लेकर 27 जुलाई तक आयोजित की जा रही है। वहीं पुलिस ने नकल कराने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया, वहीं चार अभ्यर्थियों को भी हिरासत में लिया है। दरअसल इन चारों के आईपी एड्रेस और रोल नंबर मोबाइल में मिले थे।
कैसे हुए खुलासा?
बता दें कि मेरठ के सुभारती यूनिवर्सिटी में भी सीएसआईआर नेट एग्जाम का सेंटर था। पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने बताया कि एग्जाम में धांधली को रोकने के लिए सूचना के आधार पर सुभारती यूनिवर्सिटी में एसटीएफ ने अचानक सर्च अभियान चलाया, जिसके बाद इस पूरे रैकेट का भंडाफोड़ हुआ। आपको बता दें कि सर्च अभियान के दौरान एसटीएफ को एग्जाम कराने वाले एक कर्मचारी के पास से एक मोबाइल मिला, जिसमे चार अभ्यर्थियों के रोल नंबर और आईपी एड्रेस थे। जांच में पाया गया कि आईपी एड्रेस को सेंटर के बाहर बैठे एक व्यक्ति को शेयर किया जा रहा था। माना जा रहा है कि इस पेपर को बाहर से ही सॉल्वर द्वारा हल किया जा रहा था। हालांकि यूपी एसटीएफ इसकी गहन जांच में जुट गई है।
पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने क्या कहा?
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यूपी पुलिस महानिदेशक अमिताभ यश ने कहा कि “एक गोपनीय सूचना के आधार पर सीएसआईआर नेट के सेंटर सुभारती यूनिवर्सिटी में एसटीएफ द्वारा एक सर्च अभियान चलाया गया।
इस दौरान लैब के सर्वर रूम से लोकल एरिया नेटवर्क के जरिए एक्स्ट्रा एडमिन कंप्यूटर मिला और सर्वर रूम में दो लैपटॉप बरामद किए गए। वहीं एसटीएफ को एग्जाम कराने वाले कर्मचारी से मोबाइल मिला जिसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
सुभारती यूनिवर्सिटी ने दी सफाई
इस मामले पर सुभारती यूनिवर्सिटी ने एक प्रेस विज्ञाप्ति कर अपनी सफाई दी है और कहा कि “यह सूचना प्रसारित हो रह है कि सुभारती विश्वविद्यालय मेरठ में स्थित नेट परीक्षा केंद्र में एसटीएफ द्वारा एक सर्च अभियान चलाया गया तथा सर्च के दौरान कुछ ऐसे संकेत मिले है जिसमें कुछ अवैध कार्य किए जा रहे थे। इस संबंध में सुभारती विश्वविद्यालय प्रबन्धन यह स्पष्ट करना चाहता है कि कथिय नेट परीक्षा के आयोजन से सुबारती विश्वविद्यालय प्रबंधन का कोई सम्बंध नहीं है।
सुभारती विश्वविद्यालय को यह परीक्षा आयोजित करने का दायित्व नहीं दिया गया था और न ही सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा इस परीक्षा को आयोजित कराया गया है। सुभारती विश्वविद्यालय द्वारा अपने परिसर में जगह टी.सी.एस संस्था को किराए पर दी गई है तथा परीक्षा का संचालन टी.सी.एस संस्थना द्वारा किया जा रहा है। यदि इस परीक्षा में कोई अवैध कार्य होता हुआ पाया जाता है तो उसका पूर्ण दायित्व टी.सी.एस संस्था का है न कि सुभारती विश्वविद्यालय प्रबन्धन का। सुभारती विश्वविद्यालय प्रबन्धन जाँच एजेंसियों का पूरा सहयोग कर रहा है जिससे अवैध कार्य करने वालो को चिन्हित किया जा सके।