UGC: देश मे आगामी शैक्षणिक सत्र 2023-24 से ही उच्च शिक्षा संस्थानों में यूजी और पीजी स्तर पर भारतीय ज्ञान परंपरा पढ़ाएंगे। नेशनल एजुकेशन पॉलिसी 2020 के तहत इसका सिलेबस बनाकर सुझाव के तौर परभेज दिया गया है। ये ऐच्छिक कोर्स होंगे। जिन्हें पारंपरिक कोर्सों के साथ छात्र रुचि विशेष की तौर पर पढ़ सकेंगे।
जानें क्या है योजना
यूजीसी केव अध्यक्ष प्रोफेसर एम जगदीश कुमार के अनुसार शैक्षणिक सत्र 2023-24 से चार वर्षीय स्नातक के तहत एडमिशन किए जाएंगे। जिसमें अब छात्र भारतीय गणित प्रणाली, बीज गणित, मूर्ति पूजा, ज्योतिष, वेदांग दर्शन, औषधीय प्रणाली, स्वास्थ्य दर्शन ,कृषि दर्शन, भाषा विज्ञान, तर्क शास्त्र, भारतीय वास्तु शास्त्र तथा धातु शास्त्र इत्यादि पढ़ने का अवसर मिलेगा।
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शिक्षा मंत्रालय की है पहल
भारतीय शिक्षा मंत्रालय की तरफ से एक बड़ी पहल की गई है। जिसके अनुसार देश के कई उच्च शैक्षणिक संस्थानों से लेकर विश्वविद्यालय तक वैदिक गणित लाने की पूरी तैयारी कर ली गई है। जिन विषयों को इस सत्र से लागू किया जा सकता है। उनकी आरंभिक तैयारियां पूरी कर ली गई है। जिसमें मूल रूप से देश के सभी IIT, यूनिवर्सिटीज के कुलपतियों, तथा महाविद्यालयों के प्राचार्यो से आधिकारिक संपर्क किया जा चुका है।यूजीसी की तरफ से आधिकारिक तौर पर पत्र भेजा जा चुका है। यह कदम ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन में गुणवत्तापूर्ण संस्कृत के विकास और संस्कृत शिक्षण अधिगम सामग्री के सुविधा पूर्ण उपयोग के उद्देश्य से उठाया गया है
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