Fake University List: UGC यानी की विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी की है। विश्वविद्यालय ने देश के अलग-अलग राज्यों के फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट जारी कर छात्रों को और उनके माता-पिता को सावधान किया है। ताकि वह इन विश्वविद्यालय में प्रवेश ना लें। इसके साथ ही UGC ने राज्यों से इन विश्वविद्यालयों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए भी कहा है।
UGC ने जारी की फेक विश्वविद्यालयों की लिस्ट
बता दें कि इस लिस्ट में दिल्ली समेत उत्तर प्रदेश और कई राज्य शामिल हैं तो चलिए आपको बताते हैं कि UGC की तरफ से जारी की गई लिस्ट में कौन-कौन से विश्वविद्यालय शामिल हैं।
दिल्ली में ये विवि हैं फर्जी
अखिल भारतीय सार्वजनिक एवं शारीरिक स्वास्थ्य विज्ञान संस्थान (एआईपीएचएस) राज्य सरकार विश्वविद्यालय, कार्यालय ख. नंबर 608-609, पहली मंजिल, संत कृपाल सिंह पब्लिक ट्रस्ट बिल्डिंग, बीडीओ कार्यालय के पास, अलीपुर, दिल्ली-110036
कमर्शियल यूनिवर्सिटी लिमिटेड, दरियागंज, दिल्ली
संयुक्त राष्ट्र विश्वविद्यालय, दिल्ली
वोकेशनल यूनिवर्सिटी, दिल्ली
एडीआर-सेंट्रिक ज्यूरिडिकल यूनिवर्सिटी, एडीआर हाउस, 8जे, गोपाला टॉवर, 25 राजेंद्र प्लेस, नई दिल्ली – 110 008
भारतीय विज्ञान एवं इंजीनियरिंग संस्थान, नई दिल्ली
आध्यात्मिक विश्वविद्यालय, 351-352, चरण-1, ब्लॉक-ए, विजय विहार, रिठाला, रोहिणी, दिल्ली-110085
उत्तर प्रदेश के ये हैं फर्जी विवि
गांधी हिन्दी विद्यापीठ, प्रयाग, इलाहाबाद, उत्तर प्रदेश
नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो कॉम्प्लेक्स होम्योपैथी, कानपुर, उत्तर प्रदेश
नेताजी सुभाष चंद्र बोस विश्वविद्यालय (मुक्त विश्वविद्यालय), अचलताल, अलीगढ़, उत्तर प्रदेश
भारतीय शिक्षा परिषद, भारत भवन, मटियारी चिनहट, फैजाबाद रोड, लखनऊ, उत्तर प्रदेश: 227 105
ये हैं आंध्र प्रदेश के फर्जी विवि
क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी, 32-32-2003, 7वीं लेन, काकुमनुवरिथोटो, गुंटूर, आंध्र प्रदेश-522002 और क्राइस्ट न्यू टेस्टामेंट डीम्ड यूनिवर्सिटी का दूसरा पता, फिट नंबर 301, ग्रेस विला अपार्टमेंट, 7/5, श्रीनगर, गुंटूर, आंध्र प्रदेश: 522002
बाइबिल ओपन यूनिवर्सिटी ऑफ इंडिया, एच.नं. 49-35-26, एन.जी.ओ. कॉलोनी, विशाखापत्तनम, आंध्र प्रदेश: 530016
बंगाल की फेक यूनिवर्सिटीज
इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ अल्टरनैटिव मेडिसिन, कोलकाता
इस तरह से फेक यूनिवर्सिटी के बारें में पता करें
किसी भी यूनिवर्सिटी या कॉलेज में एडमिशन लेने से पहले छात्रों को उसके बारें में पूरी जानकारी ले लेनी चाहिए। क्योंकि आप अपने जीवन के करीब 3 से 5 साल उस यूनिवर्सिटी या फिर उसे कॉलेज में बिताते हैं।
ऐसे में सवाल खड़ा होता है कि आखिरकार किस तरह से पता लगाया जाए कि कौन सी यूनिवर्सिटी फेक है और कौन सी यूनिवर्सिटी ओरिजिनल है। तो जानकारी के लिए बता दें कि आप UGC की वेबसाइट पर जाकर यूनिवर्सिटी और कॉलेज का डेटा चेक कर सकते हैं। इसमें फर्जी यूनिवर्सिटी की लिस्ट भी वेबसाइट पर दी होती है। अगर UGC की वेबसाइट पर आपकी संस्था का नाम नहीं है, तो वहां एडमिशन बिल्कुल भी ना लें। इस तरह एडमिशन लेने से पहले आप यूनिवर्सिटी का एफिलिएशन चैक कर सकते हैं। अगर आपकी यूनिवर्सिटी UGC और AICTE से अप्रूव्ड नहीं है तो उन्हें फेक यूनिवर्सिटी माना जाएगा।
फेक यूनिवर्सिटी में एडमिशन लेने से छात्रों को नुकसान
जिन यूनिवर्सिटी या विश्वविद्यालय की मान्यता प्राप्त नहीं होती और छात्र वहां से पढ़ाई करते हैं। तो उनके लिए काफी ज्यादा परेशानी का सबब हो जाता है। क्योंकि जिन यूनिवर्सिटी की मान्यता प्राप्त नहीं होती, उनकी डिग्री छात्रों के लिए किसी भी तरह से काम नहीं आती और उनका भविष्य अंधकार की ओर चला जाता है।
फेक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई करने पर छात्रों को ना ही कोई अच्छी नौकरी मिलती है, और ना ही उनका भविष्य सिक्योर होता है। इसके साथ ही वह कई सालों को उस यूनिवर्सिटी में पढ़कर बर्बाद कर लेते हैं। साथ ही उनके पैसों की भी बर्बादी होती है।
कुल मिलाकर कहा जाए तो छात्रों का जीवन फेक यूनिवर्सिटी में पढ़कर खराब हो जाता है। जिसकी भरपाई करने में उन्हें कई साल लग जाते हैं।
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