Satish Kaushik Death: बिग बी अमिताभ बच्चन को ‘प्रोजेक्ट के’ फिल्म की शुूटिंग के दौरान चोट लग गई है। अब वो अपने निवास मुंबई में आराम कर रहे हैं। वहीं हाल ही में बॉलीवुड के महान अभिनेता सतीश कौशिक ने सभी को अलविदा कह दिया। इन्हें याद करते हुए बिग बी अमिताभ बच्चन ने भी अपने ब्लॉग के जरिए कुछ संदेश को सांझा किया है।
आपको बता दें, महानायक बच्चन साहब ब्लॉग के जरिए अपनी सेहत से जुड़ी अपडेट को फैंस के साथ सांझा करते रहते हैं। वहीं इन्होंने सतीश कौशिक के साथ बिताए हुए कई खूबसूरत लम्हों को ब्लॉग के माध्यम से शेयर किया है।
अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग की शुरुआत करते हुए लिखा की ” दोनों ने 1998 में आई फिल्म ‘बड़े मियां छोटे मियां’ में स्क्रीन शेयर की थी। वहीं बिग बी लिखते हैं कि “और हमने एक और खो दिया है.. एक शानदार कंपनी, सबसे कुशल कलाकार और अपने करियर के चरम पर.. सतीश कौशिक.. आपके साथ काम करना बहुत प्रेरणादायक था.. और ऐसी सीख.. मेरी प्रार्थनाएं..।
सभी फैंस को किया शुक्रिया
बता दें, ब्लॉग में आगे बढ़ते हुए अमिताभ बच्चन ने कहा की उन्हें सभी फैंस के द्वारा मिली कलाकृतियां बेहद पसंद आती है। इस चीज के लिए उनके कभी मौके नहीं मिल पाया की वो अपने फैंस को शुक्रिया कह सके। मगर आज वो सभी को बताना चाहते हैं कि उनके लिए ये सारी चीजें किसी कीमती है। बच्चन साहब बताते हैं कि वो कभी भी फैंस के द्वारा भेजी गई चीजें सार्वजनिक तौर पर नहीं बता पाते हैं। मगर वो हमेशा अपने दोस्त और करीबी को इसके विषय में बताते हैं। उन्हें ये सारी चीजें बेहद पसंद आती है।
Also Read: SHAH RUKH KHAN की नई फिल्म “जवान” का सीन हुआ लीक! दमदार एक्शन देख फैंस की बढ़ी एक्साइटमेंट
सभी फैंस के लिए दिया सीक्रेट नोट
हाल ही में महानायक अमिताभ बच्चन को सेट पर ही चोट लग गई थी। इसके कारण वो अपने घर पर होली पार्टी का आयोजन भी नहीं कर सके। आपको बता दें, बिग बी को चोट लगने के कारण नाग अश्विन की फिल्म ‘प्रोजेक्ट के’ की शूटिंग फिलहाल रोक दी गई है। कुछ समय के बाद और बिग बी के फिर से स्वस्थ हो जाने के बाद शूटिंग शुरू कर दी जाएगी।
इसमें अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में फैंस के लिए एक सीक्रेट नोट भी छोड़ा है। इसे जानना आप सभी के लिए बेहद दिलचस्प होगा। बिग बी ने लिखा है कि “मैं उम्मीद से वापस आऊंगा .. लेकिन अगर मैं नहीं आया .. अच्छी तरह से आराम करो .. और मेरा प्यार।
इसके बाद बिग बी ने लिखा है कि ‘हो सकता है वो वक्त फिर कभी न आए.. मुझे उम्मीद है कि आए.. लेकिन मुश्किल लग रहा है.. कम से कम अभी के लिए.. जब समय और चिंतन के समय में.. बाबूजी के शब्दों पर वापस जाएं।”