Kangana Ranaut: इमरजेंसी फिल्म को लेकर काफी विवाद गरमाया हुआ है। इसी बीच बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत को बड़ी राहत मिली है। Kangana Ranaut की ‘इमरजेंसी’ को केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) से यूए प्रमाणपत्र मिला है। निर्माताओं को कुछ दृश्यों में कटौती करने और कुछ दृश्यों में अस्वीकरण जोड़ने के लिए कहा गया है। सीबीएफसी ने फिल्म निर्माताओं से फिल्म में दर्शाई गई ऐतिहासिक घटनाओं पर डिस्क्लेमर देने को कहा है। UA सर्टिफिकेट का मतलब है कि फिल्म को विभिन्न आयु वर्ग के दर्शक देख सकते हैं, लेकिन माता-पिता के मार्गदर्शन के साथ। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इमरजेंसी को समीक्षा के लिए 8 जुलाई को सेंसर बोर्ड के पास भेजा गया था।
मेकर्स ने कोर्ट में की थी अपील
बता दें कि कंगना रनौत की फिल्म ‘इमरजेंसी’ को जब सेंसर बोर्ड की ओर से सर्टिफिकेट नहीं मिला था तो मेकर्स ने बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। हाई कोर्ट ने CBFC को 13 सितंबर तक, जबलपुर के सिख संगठनों से मिली आपत्तियों या रिप्रेजेंटेशन पर फैसला लेने को कहा है। इमरजेंसी, जिसमें अनुपम खेर, श्रेयस तलपड़े सहित अन्य कलाकार भी शामिल थे, मूल रूप से 6 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली थी।
6 सितंबर को इमरजेंसी फिल्म नहीं हुई रिलीज
आपको बता दें कि 6 सितंबर को इमरजेंसी फिल्म रिलीज होने की डेट थी। हालांकि कोर्ट ने इसपर रोक लगा दी थी, जिसके बाद Kangana Ranaut ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर भावुक पोस्ट लिखा था कि “भारी मन से, मैं घोषणा करती हूं कि मेरे निर्देशित इमरजेंसी फिल्म को स्थगित कर दिया गया है। हम अभी भी सेंसर बोर्ड से प्रमाणन की प्रतीक्षा कर रहे हैं। नई रिलीज की तारीख जल्द ही घोषित की जाएगी। आपकी समझ और धैर्य के लिए धन्यवाद”।
क्या है इमरजेंसी फिल्म को लेकर विवाद?
फिल्म ‘इमरजेंसी’ पर लगातार विवाद चल रहा है। इस फिल्म में कंगना रनौत, भारत की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का रोल निभाती नजर आने वाली हैं। फिल्म का ट्रेलर रिलीज होने के बाद सिख समुदाय ने इसे आपत्तिजनक बताया था। जिसके बाद कई राज्यों में इसे लेकर विरोध प्रदर्शन भी हुआ था।