AI Death Calculator: अगर आपसे कोई कहेगा कि एक ऐसी मशीन है जो इंसान की मौत की तारीख बता सकती है तो क्या आपको यकीन होगा? आज के आधुनिक समय में विज्ञान ने इतनी तरक्की कर ली है कि लोग जमीन पर तो छोड़िए, चांद पर भी प्लॉट खरीद रहे है। इसी बीच एक स्टडी ने सबको चौंका दिया है। डिजिटल हेल्थ द्वारा हाल ही में की गई स्टडी पब्लिश हुई है, जिसके अनुसार एक ऐसी मशीन बनाई गई है जो इंसान के मरने की तारीख बता सकेगी। हमने हमेशा अपने बुजुर्गों से कहते हुए सुना है कि मौत आनी है लेकिन उसका समय किसी को पता नहीं है। लेकिन अब यह धारणा भी खत्म होने जा रही है। (AI Death Calculator) चलिए आपको बताते है कि क्या है पूरा माजरा।
लेसेंट डिजिटल हेल्थ स्टडी में हुआ खुलासा
बता दें कि यूके के अस्पताल AI Death Calculator का परीक्षण करने की तैयारी कर रहे हैं जो नियमित ईसीजी परीक्षणों से गुजरने वाले रोगियों की अनुमानित जीवन प्रत्याशा की भविष्यवाणी कर सकता है। अगर आसान भाषा में कहे तो मशीन यह पता लगाया पाएगी की इंसान की मौत कब होगी। गौरतलब है कि दुनिया में अभी तक ऐसी कोई भी मशीन नहीं बनी है जिससे यह पता लगाए जा सके कि इंसान की मौत कब होगी। (AI Death Calculator) इस स्टडी के लिए, रिसर्चर्स ने 11.6 लाख ECG परिणामों का प्रयोग किया और करीब 1.89 लाख मरीजों के डेटा से AIRE को पर्याप्त ट्रेनिंग दी है। इसके नतीजे में AIRE ने तीन-चौथाई यानी 76% मामलों में हृदय की गंभीर समस्याओं की पहचान की गई है।
क्या है AIRE?
बता दें कि AIRE यानि एआई-ईसीजी रिस्क एस्टीमेटर की सबसे अच्छी बात यह है कि इसकी भविष्यवाणी सटीक है, और यह हार्ट रिदम जैसी समस्याओं की भविष्यवाणी कर सकता है। इस टेस्ट में दिल की गतिविधियों का मिनटों में रिकॉर्ड तैयार होता है और इसमें छिपी स्वास्थ्य समस्याओं की पहचान होती है। विशेषज्ञों का अनुसार आने वाले सालों में यह टेकनिक हेल्थ सेवाओं में बड़े पैमाने पर उपयोग में लाई जाएगी(AI Death Calculator)।
कैसे काम करेगा AI Death Calculator?
आपको बता दें कि यह डिवाइस सबसे पहले व्यक्ति का ECG टेस्ट लेगा। बता दें कि ECG टेस्ट दिल की गतिविधियों को ट्रेक करता है। इसमें दिल के कामकाज से जुड़ी छोटी-छोटी जानकारी को रिकॉर्ड किया जाता है। जिसके बाद इस डिवाइस का इस्तेमाल किया जाएगा। और यह AI Death Calculator 78 प्रतिशत सटीक जानकारी देता है। यानि आसान भाषा में समझे तो आने वाले कुछ सालों में यह पता लग सकेगा कि आखिर इंसान की मौत कब होगी?