Dehradun News: एक तरफ दिल्ली एनसीआर के क्षेत्र में डेंगू का प्रकोप बढ़ने लगा है। तो वहीं दूसरी तरफ खबर डेंगू को लेकर उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से आ रही है। बताया जा रहा है, यहां डेंगू के D2 स्ट्रेन मिलने से राजधानी में हड़कंप मच गया। इसके लिए जिला प्रशासन और दून मेडिकल कॉलेज ने रोकथाम के लिए कड़ा एक्शन लिया है। जानकारी के मुताबिक डेंगू के चार स्ट्रेनों में से एक D2 को सबसे घातक माना जाता है। क्योंकि इसमें मृत्यु दर सबसे अधिक होती है। इसलिए आज हम आपको बताएंगे कि इसके रोकथाम के क्या इलाज है। साथ ही इसके क्या लक्षण है। आइए जानते हैं।
डेंगू की चपेट में देहरादून
आप सभी इस बात को बहुत अच्छे से जानते होंगे, कि डेंगू की गिनती जानलेवा बीमारियों में की जाती है। खबरों की मानें तो डेंगू की सबसे घातक स्ट्रेन डी मिलने की पुष्टि दून मेडिकल कॉलेज ने की है। इसका खुलासा कॉलेज के ही माइक्रोबायोलॉजी लैब में हुआ।
क्या है D2 स्ट्रेन के लक्षण
डेंगू के विशेषज्ञों की मानें तो D2 स्ट्रेन में मारने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इसकी चपेट में आने वाला व्यक्ति का लीवर और फेफड़ा फेल और प्रभावित दोनो हो सकता है। इसकी पहचान की बात करें तो D2 se पीड़ित व्यक्ति को फेफड़े और पेट के आसपास पानी भरने लगता है। शरीर में जगह–जगह पर सूजन आने लगती है। पेशाब का रंग बदल जाता है साथ उसकी मात्रा भी कम हो जाती है।
रोकथाम के लिए करना होगा खुद ये काम
देखा जाए तो प्रशासन डेंगू की रोकथाम के लिए हर संभव मदद प्रयास करती है। ऐसे में सरकार द्वारा फॉगिंग भी संबंधित जगह पर कराया जाता है। लोगों को इसके लिए सावधानियां बरतने के लिए भी कहा जाता है। ऐसे में आप इससे बचना चाहते हैं तो सबसे पहले आपको अपने आसपास की जगह को साफ सुथरा रखना होगा। पानी की टंकी से लेकर कूलर इत्यादि को भी साफ करना होगा। दरअसल डेंगू और चिकनगुनिया जैसी जानलेवा बीमारी से बचने के लिए जानकारी ही सबसे महत्वपूर्ण है।
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