Sunday, November 24, 2024
HomeविडियोDiabetes मरीजों को तरबूज और केला खाने से पहले सोचने की है...

Diabetes मरीजों को तरबूज और केला खाने से पहले सोचने की है जरुरत! डॉक्टर से जानिए फायदे और नुक्सान

Date:

Related stories

Diabetes: आजकल डायबिटीज की बीमारी लोगों में काफी देखने को मिल रही है। यह सच है कि डायबिटीज मरीजों के लाइफस्टाइल और खाने की चीजों में काफी परहेज करने की जरूरत होती है। लेकिन क्या आप भी सोचते हैं कि तरबूज और केला खाने से पहले कि शूगर बढ़ सकता है। गर्मी में अगर आप भी तरबूज खाने के लिए तरस रहे हैं लेकिन यह सोचकर नहीं खा रहे हैं कि इससे शुगर बढ़ सकता है। तो ऐसे में डॉक्टर प्रियंका शेहरावत ने एक वीडियो को शेयर करते हुए लोगों को इस बारे में पूरी जानकारी देती नजर आईl यह काफी फायदेमंद है Diabetes पेशेंट के लिए। वीडियो में आइए जानते हैं क्या कह रही हैं डॉक्टर।

ग्लाइकेमिक इंडेक्स का रखें ख्याल

ग्लाइकेमिक इंडेक्स वर्सेज ग्लाइकेमिक लोड ग्लाइकेमिक इंडेक्स वह पैरामीटर होता है जो कि खाना खाने पर शुगर कितनी तेजी से ब्लड में प्रवाह करेगा। ग्लाइकेमिक इंडेक्स वो फूड आइटम्स है जो फाइबर रिच होते हैं जैसे सलाद खीरा, अखरोट और बादाम इसमें ग्लाइकेमिक इंडेक्स कम होता है। प्रोसेस्ड फूड आइटम्स में ग्लाइकेमिक इंडेक्स हाई होता है इसलिए आपको फाइबर रिच फूड आइटम्स लेना है जिसमें लो ग्लाइकेमिक इंडेक्स हो।

कितनी मात्रा में खाएं तरबूज

लेकिन ग्लाइकेमिक इंडेक्स को कम ज्यादा देखने से ही नहीं चलेगा क्योंकि ग्लाइकेमिक इंडेक्स तरबूज में भी काफी अधिक होता है लेकिन डायबिटिक पेशेंट इसे ले सकते हैं। कैसे ले सकते हैं आपको ग्लाइकेमिक लोड जानना जरूरी है। ग्लाइकेमिक सिर्फ यह नहीं बताता है कि शुगर कितनी तेजी से हमारे ब्लड में जाता है जबकि यह भी बताता है कि कितना शुगर हमारे ब्लड में जरूरी है। ऐसे में तरबूज, केला, सेब, नाशपाती है जिसका ग्लाइकेमिक लोड 11 से 19 है जो मॉडरेट ग्लाइकेमिक लोड रोड है। डायबिटीज पेशेंट हफ्ते में तीन बार खा सकते हैं। आलू शकरकंदी और चावल होता है जिसमें 20 की मात्रा होती है ऐसे में इससे बचने की है जरूरत।

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Anjali Wala
Anjali Walahttp://www.dnpindiahindi.in
अंजलि वाला पिछले कुछ सालों से पत्रकारिता में हैं। साल 2019 में उन्होंने मीडिया जगत में कदम रखा। फिलहाल, अंजलि DNP India वेब साइट में बतौर Sub Editor काम कर रही हैं। उन्होंने बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी से हिंदी पत्रकारिता में मास्टर्स किया है।

Latest stories