Eating Disorder: अगर आप आज से ही खुद पर ध्यान देना शुरू कर दें और अपनी आदतों को नोटिस करने लगे तो आप देखेंगे कि कई सारे डिसऑर्डर से आप ग्रसित हैं। जी हां, इसमें एक ईटिंग डिसऑर्डर भी शामिल है। क्या आप इस बात पर यकीन कर सकते हैं कि कम खाना या बहुत ज्यादा खाना भी एक तरह का मानसिक रोग है। जी हां, अगर कोई व्यक्ति न के बराबर ही खाता है या कोई बहुत ज्यादा ही खाता है तो वो व्यक्ति मानसिक रूप से बीमार है। इस बीमारी को ईटिंग डिसऑर्डर कहते हैं। वहीं इस बीमारी का खतरा किसी भी उम्र के व्यक्ति पर हो सकता है। इसके कारण व्यक्ति को थोड़ा सतर्क और खुद पर ध्यान देने की जरूरत है। इसलिए आज इस आर्टिकल में इस बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीकों पर बात करेंगे। तो आइए जानते हैं।
आखिर Eating Disorder का क्या है कारण?
ईटिंग डिसऑर्डर के कई सारे कारण हैं मगर अभी तक इसका कोई खास कारण का पता नहीं लग पाया है। मगर कई हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना है कि खराब लाइफस्टाइल, स्ट्रेस और मानसिक समस्या और सामाजिक फैक्टर के कारण व्यक्ति को इन सभी परेशानियों से परेशान होना पर सकता है। इन सभी फैक्टर्स से मिलकर ईटिंग डिसऑर्डर जैसी बीमारी से उत्पन्न हो सकती है।
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जानें Eating Disorder के लक्षण
- तेजी से वजन कम होना
- तेजी से वजन का बढ़ना
- शरीर की बनावट में बदलाव आना
- बार बार चक्कर आना
- थकान और बेहोश हो जाना
- मूड स्विंग्स होना
- चिड़चिड़ापन महसूस करना
- डिप्रेशन में रहना
- छोटी-छोटी चीजों पर सोचना
इस बीमारी का इस तरह करें इलाज
अगर आप इन लक्षणों से पीड़ित हैं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। इतना ही नहीं, अपने जीवनशैली को बेहतर बनाने की जरूरत है। इसके अलावा डाइट में पौष्टिक तत्व युक्त भोजन को शामिल करें। इसके अलावा योग और मेडिटेशन करें। अच्छी-अच्छी किताबें पढ़ें। इससे कुछ ही दिनों में आपको राहत मिलेगी।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, DNP INDIA न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।