Health Tips: इंसान के शरीर में बदलाव के साथ उसके दिमाग में भी कई सारे चेंज होते हैं। ऐसा कहा जाता है कि, 30 से 40 साल बाद इंसान का दिमाग सिकुड़ने लग जाता है। अगर आप ये सोच रहे हैं कि, दिमाग के सिकुड़ने से क्या मतलब है तो आपको बता दें कि, दिमाग की सिकुड़ने का मतलब है कि, हमारा दिमाग सुस्त पड़ने लग जाता है। ठीक से काम नहीं करता। साथ ही दिमाग का वो हिस्सा जो सबसे ज्यादा चीजों को याद रखता है वो भी धीरे-धीरे कमजोर होने लगता है। मेडिकल साइंस में स्थिति को हिप्पोकेंपस कहते हैं। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए कुछ ऐसी चीजों के बारे में बताने जा रहे हैं जिनको छोड़ने से आप अपने दिमाग के सिकुड़ने को कम कर सकते हैं।
शराब की लत
इसमें पहला नाम शराब का आता है। जो लोग अधिक मात्रा में शराब पीते हैं या जिन लोगों को शराब की लत होती है। एक समय के बाद उनका दिमाग काफी तेजी से सिकुड़ना शुरू करने लग जाता है। एक्सपोर्ट के अनुसार ज्यादा मात्रा में शराब पीने से हमारा दिमाग सही से काम करना बंद कर देता है और इसका गंभीर प्रभाव हमारे शरीर में पड़ता है। ऐसे में अगर आप शराब का सेवन करते हैं तो इसे तुरंत छोड़ दें।
इंटरनेट और सोशल मीडिया
इसी के साथ जो लोग अपना ज्यादातर समय इंटरनेट और सोशल मीडिया पर बिताते हैं। एक वक्त के बाद उनका दिमाग भी काफी तेजी से सिकुड़ना शुरू करने लग जाता है। एक अमेरिकन रिसर्च में दावा किया गया है कि, इंटरनेट का ज्यादा इस्तेमाल के कारण आज के यंग जनरेशन का दिमाग सिकुड़ना शुरू लगा है।
स्लीप साइकिल
वहीं अगर आप अपनी स्लीप साइकिल को नहीं सुधरेंगे तो भी आपका दिमाग तेजी सिकुड़ना लगेगा। ऐसा कहा जाता है कि, एक व्यक्ति के लिए 6 से 8 घंटे की नींद काफी महत्वपूर्ण है। अगर वह 6 से 8 घंटे की नींद नहीं लेता है तो उसका दिमाग सिकुड़ने लगता है। यही कारण है कि, हेल्थ एक्सपोर्ट कहते हैं कि एक इंसान को 6 से 8 घंटे की नींद लेना काफी आवश्यक है।
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