Monday, December 23, 2024
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Eye Diseases: आंखों की रोशनी छीन लेती हैं ये खतरनाक बीमारियां, कहीं आप भी तो नहीं हो रहे इनके शिकार

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Eye Diseases: आंखें हमारे शरीर का सबसे अहम और सेंसिटिव अंग होता हैं। इनकी मदद से हम दुनिया को अपने तरीके और नजरिए से देख सकते हैं। इसलिए इनका ध्यान थोड़ा ज्यादा सावधानी के साथ रखना चाहिए। यदि आंखों में जरा सी भी कुछ चला जाता है, तो काफी परेशानी होती है। कई बार तो आंखों की रोशनी तक चली जाती है। इन दिनों वैसे ही आई-फ्लू नामक बीमारी तेजी से लोगों के बीच में फैल रही है। इसके अलावा भी लोग बहुत-सी ऐसी आई-प्रॉब्लम से जूझ रहे होते हैं, जिनका समय रहते इलाज करवाना बहुत जरुरी होता है, नहीं तो वह अंधेपन का शिकार हो सकते हैं। अक्सर लोग आंखों से संबधित परेशानी को काफी हल्के में लेते हैं और उसे नजरअंदाज करते हैं। आज इस आर्टिकल के जरिए आपको ऐसी ही कुछ खतरनाक बीमारियों के बारें में बताया जाएगा। जो आंखों के लिए वाकई ही बहुत खतरनाक साबित हो सकती हैं।

इन बीमारियों के चलते खो सकती हैं आंखों की रोशनी

ग्लूकोमा का शिकार

आंखों में ग्लूकोमा के होने से अंधापन होने का खतरा बना रहता है। ग्लूकोमा एक ऐसी बीमारी हैं जो आंखों से देखी किसी भी चीज को ब्रेन तक सिग्नल पहुंचाने वाले रेटिनल न्यूरॉन्स को काफी बुरा प्रभावित करती है। समय रहते इस ग्लूकोमा बीमारी का इलाज करा लेना चाहिए, नहीं तो बाद में इस बीमारी पर काबू पाना बहुत मुश्किल हो जाता है।

मोतियाबिंद का खतरा

मोतियाबिंद की बीमारी सामान्य तौर पर 50 या उसे अधिक वर्ष के लोगों में पाई जाती है। लेकिन कई बार इस बीमारी में कम उम्र के लोग भी पीड़ित होते हैं। इस बीमारी के चलते पीड़ित की आंखों का लैंस काफी धुंधला हो जाता है। जिस कारण उन्हें देखने में काफी तकलीफ होती है। मोतियाबिंद की बीमारी का शुरुआत में पता चलने पर इसे ऑपरेशन की मदद से ठीक किया जा सकता है‌ लेकिन बाद में इस बीमारी के चलते आंखों से दिखना हमेशा के लिए बंद हो सकता है।

रेटिनाइटिस पिगमेंटोसा

इस तरह की बीमारी आंखों के लिए काफी ज्यादा नुकसानदायक होती है। यह धीरे-धीरे आंखों की रोशनी को कम करती है‌ और एक समय ऐसा आता है कि आंखों से दिखना बिल्कुल ही बंद हो जाता है। यह एक तरह की जैनिटिक बीमारी है, जो हमें हमारे परिवार में हमें किसी से भी हो सकती हैं। इस तरह की बीमारी को जड़ से खत्म करने के लिए अभी तक कोई भी इलाज सामने नहीं आया हैं।

डायबिटिक रेटिनोपेथी

जैसा की नाम से ही पता चल रहा है यह बीमारी डायबिटीज या बल्ड शुगर का स्तर बॉडी में बढ़ने के कारण लोगों में हो सकती हैं। यह एक तरह की रेटिनल स्थिति बीमारी है‌‌। जब शरीर में शुगर बढ़ने लगता है, तो पीड़ित की आंखों में से खून निकलना, लेकिन डिटेचमंट जैसी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अधिक शुगर बढ़ने पर आंखों की रोशनी चली जाती है‌‌। इस तरह की भयानक बीमारी से दूर रहने के लिए अपने शुगर लेवल को नियंत्रण में रखें।

मैक्यूलर डिजनरेशन

इस मैक्यूलर डिजनरेशन नामक बीमारी में पीड़ितों को देखने में बहुत तकलीफ होती है। इस तरह की परेशानी बढ़ती उम्र के लोगों में अधिक पाई जाती है। इस बीमारी के चलते रेटिना कमजोर होने लगता है जिसके कारण वह लैंस में सही तरह से चीजों का प्रतिबिंब नहीं बना पाता है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 

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Akansha Tiwari
Akansha Tiwarihttps://www.dnpindiahindi.in
आकांक्षा तिवारी ने हाल ही में IP यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने DNP इंडिया से की है। जहां वे बतौर एजुकेशन और लाइफस्टाइल कॉन्टेंट राइटर के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। इससे पहले वो कई मीडिया चैनलों के साथ बतौर इंटर्न भी काम कर चुकी हैं।

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