Health Effects: रात में देर रात तक जगना आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है। देर रात तक जगने से मानसिक और शारीरिक बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि, हमारा शरीर सूर्य के अनुसार के लिए बनाया गया है। इसलिए समय पर जगना और समय पर सोना बहुत आवश्यक है। आइए जानते हैं समय पर सोने और जागने के विभिन्न फायदे।
देर रात तक जगने से हो सकती है मानसिक बीमारी
हमारा शरीर सूर्य के निकलने और डूबने की प्रक्रिया के अनुसार चलता है। प्रकृति ने मानव शरीर को रात में सोने और दिन में काम करने के लिए बनाया है। समय पर सोने और सुबह में सूर्य निकलने के बाद जगना हमारे शरीर के लिए बहुत लाभकारी है। कुछ लोग देर रात यानी कि सुबह तक जगते हैं और दिन भर सोते रहते हैं। ऐसा करना हमारे शरीर के लिए बहुत हानिकारक साबित हो सकता है। रात में 10:00 बजे तक सो जाना और सुबह 6:00 बजे तक उठना एक अच्छी लाइफस्टाइल और अच्छी सेहत के निशानी है।
Also Read: MI vs UPW WPL 2023: Issy Wong का ‘कहर’, 3 गेंदों में 3 विकेट झटक मचाया तहलका, देखें Video
इन बीमारियों का खतरा बढ़ जाता
रात में देर तक जगने से भोजन ठीक से पचता नहीं है और उससे पेट से संबंधित बीमारियां भी हो सकती है। वही रात में समय पर नहीं सोने से हमारे शरीर में मौजूद हार्मोन्स में गड़बड़ी हो जाती है। खास तौर पर स्ट्रेस से संबंधित हार्मोन यानि कोर्टिसोल, जो कि हमारे स्ट्रेस रिसपॉन्स के लिए जिम्मेदार एक हार्मोन है, ये रात के शुरुआती घंटों के दौरान सबसे कम होता हैरात के शुरुआती घंटों में कम रहता है। रात में जल्दी सोना कॉर्टिसोल के लेवल को कम करने में मदद करता है। देर रात तक जगने से कॉर्टिसोल लेवल बढ़ सकता है और स्ट्रेस से संबंधित मानसिक बीमारियां उत्पन्न हो सकती हैं।
रात में समय पर सोने से मजबूत होता है इम्यून सिस्टम
आपको बता दें कि जब हम रात में समय पर सोते हैं। तो इसके कई फायदे होते हैं हमारे शरीर को रेस्ट करने और फिर से तरोताजा होने के लिए समय मिल जाता है। जिससे सुबह हमारा मूड अच्छा रहता है और हमारी प्रोडक्टिविटी भी बढ़ती है। साथ ही दिल की बीमारी मोटापा और अन्य कई समस्या धीरे-धीरे कम होने लगती है। वहीं रात में समय पर सोने से इम्यून सिस्टम भी मजबूत होता है और वाइट ब्लड सेल्स भी अधिक मात्रा में बनती है, जो हमारे शरीर को इंफेक्शन और अन्य बीमारियों से लड़ने में मदद करता है। इसके साथ ही भूख भी कंट्रोल में रहती है और मेंटल हेल्थ भी ठीक रहता है। रात में कम नींद लेने के कारण लेप्टिन नामक हार्मोन का उत्पादन कम हो जाता है जिससे ओवरहीटिंग की समस्या उत्पन्न होती है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।