Friday, November 22, 2024
Homeहेल्थHealth Tips: सर्दी- जुकाम की दवा कर सकती है आपका दिमाग खराब,...

Health Tips: सर्दी- जुकाम की दवा कर सकती है आपका दिमाग खराब, रिसर्च टेंशन बढ़ा देगी

Date:

Related stories

Health Tips: बारिश के इस बदलते मौसम में अधिकतर लोगों को वायरल बुखार और सर्दी-जुकाम होते हुए देखा जाता है। ऐसे में आमतौर पर लोगों को कफ सिरप पीने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस साल 2023 की शुरुआत में वर्लड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन World halth Organisation के दौरान कफ सिरप में इस्तेमाल होने वाले फोल्कोडिन या फोल्कोडाइन का काफी एक रिसर्च के दौरान अधिक मात्रा में इस्तेमाल होने का दावा किया गया है। हाल ही में 14 जुलाई को ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने आदेश देते हुए कहा है कि फोल्कोडिन का कफ सिरप में इस्तेमाल बंद कर देना चाहिए। फोल्कोडिन युक्त दवाईयों का सेवन सूखी खांसी की समस्या को खत्म करने लिए किया जाता है। इस पदार्थ का दवाई में अधिक इस्तेमाल होने से इसका सेवन करने वाले मरीजों के दिमाग पर बुरा प्रभाव पड़ता हुआ दिखाई दे रहा है। बाजारों में फोल्कोडिन युक्त के रुप में सिरप और ओवर-द –काउंटर टैबलेट बेची जाती है।

फोल्कोडिन युक्त दवाएं मरीजों को देने पर लगाई रोक

WHO के अधिकारियों ने डॉक्टरों को सलाह देते हुए कहा है कि फोल्कोडिन युक्त सभी दवाओं को मरीजों को देना बंद कर देना चाहिए। इस तरह की दवाईयो का सेवन करना मरीजों के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकता है। इसके साथ ही उनके लक्षणों की भी अच्छी तरह से जांच करनी है। जिन भी मरीजों के द्वारा एक साल के भीतर फोल्कोडिन युक्त कफ सिरप का इस्तेमाल किया गया है उनके दिमाग में एनाफिलेक्टिक प्रतिक्रियाओं जैसी परेशानियां देखने को मिल सकती है। इसे दिमाग में न्यूरोमस्कुलर ब्लॉकिंग एंजेंट होना का खतरा बढ़ जाता है। जिसका सीधा असर दिमाग की तंत्रिकाओं में देखने को मिलता है। रिसर्च के दौरान डॉ. सौरभ खन्ना के द्वारा इस दवा को लेकर बात कही गई है कि यह दवा एक तरह से रोगनिरोधक दवा है।

आखिर क्या है फोल्कोडिन दवा

फोल्कोडिन दवा एक तरह की ओपिओइड दवा है। इस तरह की दवाएं दिमाग में एक अलग तरह से कार्य करती है। यह एंटीट्यूसिव दवाईयों के ग्रुप का एक हिस्सा है। यह दवाई एक तरह से कफ सप्रेलसेंट होती है, जो मरीजों में हो रही खांंसी को दबाने का काम करती है। मशहूर डॉ. सौरभ का इन कफ सिरप पर कहना है कि यह कफ सिरप अधिकतर काउंटरों पर आसानी से उपलब्ध किए जाते हैं। इस बात पर एक विशेष समिति ने फोल्कोडिन नामक दवाईयों पर रोक लगने के लिए काफी सारे प्रूव और रिसर्च के बाद सभी पेशवर डक्टरों को इसका इस्तेमाल करने के लिए मनाही की गई है।

डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें। 

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

Akansha Tiwari
Akansha Tiwarihttps://www.dnpindiahindi.in
आकांक्षा तिवारी ने हाल ही में IP यूनिवर्सिटी से अपनी पत्रकारिता की पढ़ाई पूरी की है। अपने करियर की शुरुआत उन्होंने DNP इंडिया से की है। जहां वे बतौर एजुकेशन और लाइफस्टाइल कॉन्टेंट राइटर के तौर पर अपनी सेवाएं दे रही हैं। इससे पहले वो कई मीडिया चैनलों के साथ बतौर इंटर्न भी काम कर चुकी हैं।

Latest stories