Health Tips: जब भी लोगों से हेल्थ के बारे में पूछा जाता है तो, वह केवल अपनी शारीरीक हेल्थ के बारे में बताते हैं और मानसिक हेल्थ के बारे में कोई भी बात नहीं करता है। यदि पांच में एक व्यक्ति अपनी मानसिक स्थिति के बारे में लोगों को बताता हैं, तो लोग उसका मजाक उड़ाना शुरू कर देते हैं। हमारे समाज में मानसिक स्थिती को लेकर लोगों की धारणा है कि यदि कोई मानसित तनाव में है, तो उसका मतलब वह दिमागी रूप से पागल या कमजोर है। इसी कारण की वजह से लोग अपनी बातें किसी के साथ शेयर नहीं करते हैं और उसके बारे में सोचकर अपने दिमाग को तनाव देते हैं। इसी मानसिक तनाव के चलते कई सारी बीमारियां भी हो सकती है, जिसे जान जानें का भी रिस्क बढ़ता है। कई लोग इसी बढती मानसिक तनाव के चलते आत्महत्या भी कर लेते हैं। आज इस आर्टिकल में अपोलो अस्पताल की सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वनीता अरोरा इस मानसिक तनाव का दिमाग और दिल दोनों पर कितना असर पड़ता है उसके बारे में बताया है। साथ ही इनको किस तरीके से हम स्वास्थ रख सकते हैं इसके बारे में भी बताया है।
बढ़ती है दिल से संबधित परेशानियां
सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. वनीता अरोरा का कहना है कि, आजकल की इस दौड़भाग वाली जिंदगी के बीच में लोगों को अपनी शारीरिक और मेंटल हेल्थ दोनों पर ध्यान देना बहुत ही जरूरी होता है। लोग केवल अपनी शारीरिक हेल्थ पर ही ज्यादा फोकस रखते हैं और अपनी मानसिक स्थिती पर इतना ध्यान नहीं रखते हैं। जिस कारण उनका मानसिक तनाव बढ़ता जाता है। मानसिक तनाव बढ़ने का सीधा कनेक्शन दिल से होता है। अधिक तनाव से दिल से संबधित कई सारी परेशानियां देखने को मिलती है। आजकल लोगों में सबसे ज्यादा हार्ट टैक की बीमारी देखने को मिलती है क्यंकि लोगों की मानसिक सेहत बिल्कुल भी ठीक नहीं रहती है। अत्यधिक स्ट्रेटस , एंजाइटी और काफी सारी मानसिक बीमारी के चलते दिल पर काफी जोर पड़ता है। जिस कारण ब्लड सर्कुलेशन ठीक तरीके से दिल तक नहीं पहुंच पाता है, और हार्ट अटैक के चलते लोगों की एकदम से मौत हो जाती है।
इन तरीकों से रखें अपने दिल का ख्याल
दिल हमारी बॉडी का सबसे सेंसिटिव पार्ट होता है। इसके ठीक होने से हमें हमारा पूरा शरीर फिट लगता है। अपने दिल को फिट रखने के लिए करें इन टिप्स को फॉलो।
हार्ट अटैक के खतरे से बचने के लिए लोगों को अनी बिगड़ी हुई रोजाना वाली लाइफस्टाइल को थोड़ा ठीक करना होगा । हर काम को एक सही समय के अंदर करना होगा ।
धूम्रपान करने से भी दिल पर काफी बुरा असर पड़ता है। जिसे हार्ट अटैक जैसी बीमारी हो सकती है। इसलिए स्मोकिंग को बंद करना बहुत जरूरी है।
दिल की सहेत का ध्यान रखना है, तो इसके लिए आपको अपने दिमाग पर ज्यादा तनाव नहीं देना है। इसलिए जितना कम हो सकें , कोई भी चीज के बारे में सोचना बंद कर दें।
दिल से संबधित परेशानियों से बचने के लिए 45 की उम्र के बाद डॉक्टर्स से अपना रेगुलर चेकअप कराते रहना चाहिए । आपका बीपी, शुगर वैगरह एकदम निंयत्रण में रहने चाहिए । इसके लिए आपको फिजिकल एक्टिविटिज भी अपनी साइफस्टाइल में शामिल करनी पड़ेगी।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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