Human Teeth: बच्चों और वयस्क मनुष्यों में यूं तो ढ़ेर सारी असामनताएं हैं, पर उनमें कुछ असामनताएं ऐसी हैं जिसके बारे में जानकर लोग अमूमन चौंक जाते हैं। उदाहरण स्वरूप हम आपके समक्ष एक प्रश्न रखते हैं कि आखिर वयस्क मनुष्यों के दांत एक बार टूटने के बाद दुबारा क्यों नहीं उगते जबकि बच्चों के दांत (Human Teeth) तो टूटने के बाद आसानी से निकल जाते हैं? है ना आश्चर्यजनक प्रश्न! तो आइए हम आपको आज इसी आश्चर्यजनक प्रश्न का उत्तर देने की कोशिस करते हैं और बताते हैं कि आखिर वयस्कों को बच्चों में ये असामनता क्यों होती है और इसके पीछे का कारण क्या है।
दुबारा क्यों नहीं उगते वयस्कों के दांत?
मानव जीवन में जब हम अपने बचपना की सीमा (उम्र) को लांघ कर वयस्क उम्र में प्रवेश करते हैं तो उस दौरान शरीर में बहुत सारे बदलाव देखने को मिलते हैं। उनमे से ही एक है दांतो का एक बार टूटने के बाद दुबारा न उगना। इंटरनेट पर दर्ज जानकारी व डेंटल विज्ञान के विशेषज्ञों के अनुसार हमारे मसूड़ों में स्टेम सेल (कोशिका) की उपस्थिति होती है। लेकिन जब हम बचपना से वयस्क जीवन की ओर अग्रसर होते हैं तो धीरे-धीरे मसूड़ों में उपस्थित स्टेम सेल नष्ट हो जाते हैं और यही वजह है कि इंसान एक बार दूध के दांत खो देने के बाद दुबारा दांत उगाने की अपनी क्षमता को खो देता है।
बच्चों के दांत दुबारा क्यों उगते हैं?
बच्चों का दांत उगना एक सामान्य प्राकृतिक प्रक्रिया है। कुछ-एक स्थिति में बच्चों का दांत थोड़ा विलंब भी उगता है। हालाकि एक निश्चित आयु के बाद छोटे बच्चों का दांत जिसे दुधमुंहा या बेबी सेट दांत कहते हैं, वो उगकर गिरने लगता है। हालाकि ये चिंतन का विषय नहीं है क्योंकि बच्चों के मसूड़े में स्टेम सेल की उपस्थिती होती है जो एकत्रित होकर नए दांत उगाने की क्षमता रखती है। यही वजह है कि एक बार टूटने के बाद भी बच्चों में दुबारा दांत उग जाते हैं।
दांत का संरक्षण है जरुरी
दांत, मानव शरीर में पाचन तंत्र का एक अहम हिस्सा है जिसकी मदद से लोग भोजन को कुचलकर या काटकर उसे आसानी से निगलते हैं। ऐसे में इसका संरक्षण करना बेहद जरुरी है क्योंकि बिना दांत के कुछ भी खाना-पीना बेहद कठिन हो सकता है। वयस्कों को खास तौर पर दांत का विशेष ध्यान रखने की जरुरत होती है क्योंकि उनके पास दांत का केवल एक सेट होता है जो कि जीवन में बेहद महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।