Liver Cirrhosis: आजकल गलत खान पान और खराब दिनचर्या के कारण लोगों के शरीर में तरह तरह की बीमारियां घर कर रही है। आज हम आपको एक ऐसी ही बीमारी के बारे में बताते है जिससे लीवर खराब हो जाता है। बता दें कि उसका नाम है लीवर सिरोसिस, आज इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे की लिवर सिरोसिस बीमारी कैसे होती है। इसके बचाव का क्या कारण है और ये क्यो होती है। कई एक्सपर्ट का मानना है कि अत्याधिक शराब का सेवन करने से इस बीमारी के होने की संभावना अधिक बढ़ जाती है।
लीवर सिरोसिस क्या है?
लीवर सिरोसिस लिवर से संबंधित बीमारी है। बता दें कि इस बिमारी में व्यक्ति का लीवर सही ढ़ग से काम नही करता है। इससे पेट संबंधित बीमारियां भी शुरू हो जाती है। अगर आप भी पेट से जुड़ी बीमारी से ग्रस्त है तो आपको एक बार डॉक्टर से सलाह जरूर लेनी चाहिए क्योंकि यह लिवर सिरोसिस बीमारी के भी लक्षण हो सकते है। गौरतलब है कि इस बीमारी में लीवर बुरी तरह से खराब हो जाते है और वह काम करना बंद कर देते है।
एक्सपर्ट के मुताबिक लीवर सिरोसिस बीमारी होने पर लीवर टिश्यू कार्य करना बंद कर देते है। लीवर के टिश्यू प्रोटीन निर्माण,संक्रमण से लड़ने, खुन को शुद्ध करना, पाचन तंत्र को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाते है। वहीं कई एक्सपर्ट का मानना है कि लीवर सिरोसिस के मरीजों की इम्युनिटी एड्स के मरीजों की तुलना में अधिक कमजोर होती है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि लिवर सिरोसिस कितना खतरनाक बीमारी है।
लीवर सिरोसिस के लक्षण
शुरू में तो लीवर सिरोसिस के कोई लक्षण नहीं दिखते है लेकिन जैसे जैसे यह बीमारी बढ़ते जाती है। इसके लक्षण दिखने लगते है।
●आपके पेट, टखनों या पैरों में सूजन।
●बहुत ज्यादा थकान या कमजोरी महसूस होना।
●भूख कम लगना और वजन कम होना।
●समुद्री बीमारी और उल्टी।
●मांसपेशियों में कमजोरी या ऐंठन।
●आपके पेट के ऊपरी दाहिनी ओर दर्द।
●बालों का झड़ना।
●नाक से खून आना या मसूड़ों से खून आना।
लीवर सिरोसिस के कारण
वायरल संक्रमण- वायरल हेपेटाइटिस संक्रमण जो क्रोनिक हो जाता है, हेपेटाइटिस बी और हेपेटाइटिस सी सहित क्रोनिक हेपेटाइटिस का कारण बन सकता है।
शराब का अधिक सेवन करना- भारी शराब के सेवन से तीव्र या दीर्घकालिक हेपेटाइटिस हो सकता है। यदि यह लंबे समय तक चलता रहे, तो यह सिरोसिस और यकृत विफलता का कारण बन सकता है।
टॉक्सिन हेपेटाइटिस- औद्योगिक रसायनों या दवाओं जैसे विषाक्त पदार्थों के लगातार अत्यधिक संपर्क से तीव्र या दीर्घकालिक हेपेटाइटिस हो सकता है।
हृदय रोग- ऐसी स्थितियाँ जो आपके लीवर से रक्त के प्रवाह को प्रभावित करती हैं, जिनमें बड, चियारी सिंड्रोम, इस्केमिया, धमनी रोग और दाहिनी ओर की हृदय विफलता शामिल है, क्रोनिक लीवर डेमेज का कारण बन सकती है।
लीवर सिरोसिस का रोकथाम
●यदि आप शराब पीना चुनते हैं, तो कम मात्रा में पियें। स्वस्थ वयस्कों के लिए, इसका मतलब है कि महिलाओं के लिए एक दिन में एक ड्रिंक और पुरुषों के लिए एक दिन में दो ड्रिंक तक।
टीका लगवाएं- यदि आपको हेपेटाइटिस होने का खतरा बढ़ गया है, तो हेपेटाइटिस ए और हेपेटाइटिस बी के टीके लगवाने के बारे में अपने स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से बात करें। यदि आप हेपेटाइटिस वायरस के किसी भी रूप से संक्रमित हैं तो यह भी सच है।
अपना भोजन सुरक्षित रखें- खाना खाने या बनाने से पहले अपने हाथ अच्छी तरह धो लें। यदि संसाधन-गरीब देश में यात्रा कर रहे हैं, तो पीने के लिए बोतलबंद पानी का उपयोग करें, अपने हाथ धोएं और अपने दाँत ब्रश करें।
Disclaimer: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में उल्लिखित तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, डीएनपी इंडिया उनकी पुष्टि या खंडन नहीं करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार पर अमल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।