Men Fertility: आज कल के समय में 50 प्रतिशत मर्दों के प्रजनन क्षमता में कमी देखी जा रही है। वहीं स्पर्म काउंट और क्वालिटी में भी लगातार कमी हो रही है। स्पर्म क्वालिटी में गिरावट देखने के बाद मानव जाति में प्रजनन क्षमता संकट का रूप ले रही है। हालांकि इसके कई सारे वजह हैं। एक रिसर्च में पाया गया है कि बांझपन का मुख्य कारण पुरुषों में शुक्राणुओं की कमी है। वहीं कुछ चीजें ऐसी है जो महिला एवं पुरुष दोनों के फर्टिलिटी को कम कर रही है।
आपको बता दें, मेन फर्टिलिटी को लेकर 2017 में अमेरिका के एक रिसर्च सेंटर में स्टडी की गई थी। इसमें पाया गया था कि अधिकतर मर्द अपनी फर्टिलिटी खो रहे हैं। इस बात की पुष्टि ऑक्सफोर्ड जर्नल ह्यूमन रिप्रोडक्शन अपडेट के द्वारा की गई थी। इस बड़े रिसर्च में अमेरिका की एक बड़ी यूनिवर्सिटी हिब्रू विश्वविद्यालय भी शामिल है। इस रिसर्च में विश्वभर के कई वैज्ञानिक शामिल थे।
इसमें बात करें पुरुषों की तो मर्दों में फर्टिलिटी घटने का कारण उनकी जीवनशैली ही है। पुरुषों की जीवनशैली का प्रभाव उनके स्पर्म काउंट और क्वालिटी पर पड़ रहा है। अक्सर लोग बांझपन का कारण महिलाओं को समझते हैं। मगर ऐसा नहीं है इसमें पुरुषों की भी अधिक भागीदारी होती है। तो आइए आज इस आर्टिकल में विस्तार से जानते हैं कि आखिर पुरुषों में फर्टिलिटी क्यों कम हो रही है।
पुरुषों में क्यों कम हो रही है फर्टिलिटी
आज कल के समय में अधिकतर पुरुष अपनी फर्टिलिटी खो रहे हैं। अधिकतर मर्दों में स्पर्म काउंट और क्वालिटी में कमी देखने को मिल रही है। ये लोग फर्टिलाइजेशन की प्रक्रिया को पूर्ण करने में सक्षम नहीं हो पा रहे हैं। इसका कारण कहीं न कहीं मोटापा भी है। इसके अलावा शरीर के किसी हिस्से में गंभीर चोट आने के कारण फर्टिलिटी में परेशानियों का सामना करना पड़ता है। वहीं अक्सर पुरुष नशीले पदार्थों का सेवन करते हैं। बता दें, नियमित रूप से धूम्रपान और शराब के सेवन से फर्टिलिटी में कमी देखी गई है। ये स्पर्म काउंट के कम करने का सबसे बड़ा कारण है।
डेली रूटीन में लाएं सुधार
आज कल के समय में लोगों की रूटीन बहुत बिगड़ रही है। लोगों की आदत पूरी रात जागने की हो गई है। इसके बाद खाने की रूटीन भी बेहतर नहीं होती है। लोग पौष्टिक तत्व युक्त भोजन से बाहर निकलकर जंग फूड की ओर बढ़ रहे हैं। इन सभी चीजों का प्रभाव पुरुष और महिला के प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। वहीं दिन का अधिक समय लोग इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के साथ बिताते हैं। इसका प्रभाव भी अधिक लोगों पर पड़ रहा है।
इतना ही नहीं आज के समय में लोग स्ट्रेस डिप्रेशन से परेशान रहे हैं। सभी कोई न कोई तनाव से ग्रसित है। इस स्थिति में नेचुरल तरीके से गर्भ धारण करने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए रूटीन का ध्यान रखना बहुत जरूरी है। रूटीन में गड़बड़ी होने के कारण स्पर्म काउंट और क्वालिटी दोनों में काफी बदलाव दिखने मिलता है। इसलिए हेल्थ एक्सपर्ट्स भी बेहतर लाइफस्टाइल जीने की सलाह देते हैं। इसके अलावा डाइट में अच्छी और पौष्टिक तत्व युक्त चीजों को शामिल करें। इससे स्वास्थ्य पर बहुत अच्छा असर पड़ता है। वहीं रोजाना की जिंदगी वक प्रॉपर रूटीन के साथ फॉलो करें। इसका सेहत पर बहुत अच्छा प्रभाव पड़ता है।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, DNP INDIA न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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