MPOX: MPOX बीमारी को लेकर एक बड़ी खबर सामने आ रही है। भारत में संदिग्ध मंकीपॉक्स संक्रमित शख्स की पहचान की गई है। बता दें कि इसकी जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। मरीज को आइसोलेशन के लिए स्पेशीफाइड अस्पताल में अलग रखा गया है। वहीं फिलहाल मरीज की हालात स्थिर है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी अहम जानकारी और आप इससे कैसे बचाव कर सकते है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी जानकारी
आपको बता दें कि इसकी जानकारी खुद स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी है। उन्होंने लिखा कि “एक युवा पुरुष रोगी, जिसने हाल ही में MPOX (मंकीपॉक्स) संचरण का अनुभव करने वाले देश से यात्रा की थी, जिसकी पहचान एमपॉक्स के एक संदिग्ध मामले के रूप में की गई है। मरीज को एक निर्दिष्ट अस्पताल में अलग कर दिया गया है और वर्तमान में उसकी हालत स्थिर है।
एमपॉक्स की मौजूदगी की पुष्टि के लिए मरीज के नमूनों का परीक्षण किया जा रहा है। इस मामले का विकास एनसीडीसी द्वारा पहले किए गए जोखिम मूल्यांकन के अनुरूप है और किसी भी अनुचित चिंता का कोई कारण नहीं है। मंत्रालय ने आगे कहा कहा “देश यात्रा से संबंधित ऐसे अलग-अलग मामलों से निपटने के लिए पूरी तरह से तैयार है और किसी भी संभावित जोखिम को प्रबंधित करने और कम करने के लिए मजबूत उपाय मौजूद हैं।”
MPOX से बचाव के उपाय
- संक्रमित पशुओं (विशेषकर बीमार या मृत पशुओं) के संपर्क से बचना।
- वायरस से दूषित बिस्तर और अन्य सामग्रियों के संपर्क से बचना।
- उन सभी खाद्य पदार्थों को अच्छी तरह से पकाएं जिनमें पशु का मांस या उसके अंग हों।
- अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोना।
- ऐसे लोगों के संपर्क से बचना जो वायरस से संक्रमित हो सकते हैं।
- सुरक्षित यौन संबंध बनाना, जिसमें कंडोम और डेंटल डैम का उपयोग शामिल है ।
- दूसरों के आसपास होने पर अपने मुंह और नाक को ढकने वाला मास्क पहनें।
- बार-बार छुए जाने वाले सतहों को साफ और कीटाणुरहित करना।
- वायरस से संक्रमित लोगों की देखभाल करते समय व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण (पीपीई) का उपयोग करना।
क्या MPOX घातक है?
यह दुर्लभ है, लेकिन MPOX कभी-कभी घातक भी हो सकता है। एमपॉक्स से निमोनिया और आपके मस्तिष्क ( एन्सेफेलाइटिस ) या आंखों में संक्रमण जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं, जो जानलेवा हो सकती हैं।