Musculoskeletal Disorder: आज की भाग दौड़ भरी जिंदगी और खराब जीवन शैली के कारण लोगों को कई प्रकार की बिमारी हो रही है। जिसके कारण कई लोग अलग- अलग स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित दिखाई देते है। वहीं एक ताजा रिपोर्ट में स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे लोगों की संख्या चौंका देने वाली है। इसके अलावा एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया के 50 प्रतिशत लोग Musculoskeletal disorders से ग्रस्त है। चलिए आपको बताते है इससे जुड़ी सभी महत्वपूर्ण जानकारी
रिपोर्ट में हुआ चौंकाने वाला खुलासा
साइंस डायरेक्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार दुनिया में 95% से अधिक लोग स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। वहीं द लैंसेट में प्रकाशित 2013 ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज (जीबीडी) अध्ययन के अनुसार दुनिया की केवल 4.5 प्रतिशत आबादी ही पूरी तरह से स्वस्थ्य बताई गई थी। गौरतलब है कि भारत में भी बढ़ते समय के साथ रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा हो जो एक चिंता का विषय है।
क्या है Musculoskeletal disorder?
आपको बता दें कि Musculoskeletal disorder एक प्रकार की बीमारी है जो मानव शरीर में मस्कुलोस्केलेटल सिस्टम के सामान्य कामकाज को प्रभावित करता है। इस डिसऑर्डर से पीड़ित मरीद आमतौर पर अपने जोड़ों, हड्डियों, नसों डिस्क या टेंडन में गंभीर दर्द की शिकायत करते है।
Musculoskeletal disorder के लक्षण
मस्कुलोस्केलेटल के लक्षण बहुत आम होते है। गौरतलब है कि इस बिमारी में व्यक्ति के जोड़ो, हड्डियों और मासपेशियों में दर्द होती है। अगर इसके लक्षण की बात करें तो थकान, मांसपेशियों में एठन, तेज दर्द के कारण सोने में दिक्कत, कमजोरी आना, चलने में दिक्कत शामिल है।
Musculoskeletal disorder से बचाव के उपाय
- धूम्रपान से बचें, जिससे सूजन बढ़ती है।
- हड्डी, मांसपेशियों और जोड़ों के स्वास्थ्य को बनाए रखने के लिए पौष्टिक खाद्य पदार्थ खाएं।
- लगातार दर्द के पहले लक्षणों पर चिकित्सा सहायता प्राप्त करना।
- नियमित शारीरिक गतिविधि करना जो आपकी उम्र और समग्र स्वास्थ्य के लिए उपयुक्त हो।
- नियमित रूप से स्ट्रेचिंग करें।
- सही उठाने की तकनीक का उपयोग करना।
- प्रतिदिन व्यायाम करें।
गौरतलब है कि Musculoskeletal disorder एक काफी गंभीर बिमारी के जिससे दुनिया की 50 प्रतिशत आबादी प्रभावित है। ऊपर दिए गए नियमों का पालन करके आप इसका बचाव कर सकते है।
Disclaimer: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में उल्लिखित तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, डीएनपी इंडिया उनकी पुष्टि या खंडन नहीं करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार पर अमल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।