Nipah Virus: भारत में एक बार फिर निपाह वायरस ने दस्तक दे दी है। आपको बता दें केरल के मलप्पुरम के एक निजी अस्पताल में एक 24 साल के शख्स की निपाह वायरस से मौत हो गई थी। जिसके बाद केरल सरकार एक्शन मोड में नजर आ रही है। इसी बीच केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने इसपर अपनी प्रतिक्रिया दी है। वहीं इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे कि इसके लक्षण क्या है और इससे कैसे बचा जा सकता है।
केरल के स्वास्थ्य मंत्री ने क्य कहा?
Nipah Virus को लेकर केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि “हमने पाया है कि मलप्पुरम में एक छात्र की मौत निपाह वायरस के कारण हुई थी। इस व्यक्ति के 75 संपर्कों में से 26 उच्च जोखिम वाली श्रेणी में हैं। 26 में से 13 व्यक्तियों का परीक्षण नकारात्मक आया है।” हमने घर की निगरानी शुरू कर दी है। हमने यह सुनिश्चित करने के लिए सभी उपाय किए हैं कि वायरस न फैले। हमने आईसीएमआर से मदद के लिए अनुरोध किया है”।
कैसे फैलता है Nipah Virus?
WHO के अनुसार निपाह वायरस एक जूनोटिक वायरस है। वहीं यह जानवरों के जरिए इंसानों में फैलता है। माना जाता है कि चमगादड़ के जरिए यह वायरस इंसानों में फैलता है। इसके अलावा यह सुअर कुत्ते और बिल्ली से भी फैल सकता है।
इसके लक्षण क्या है?
लक्षण की बात करें तो अगर कोई व्यक्ति निपाह वायरस से संक्रमित है तो व्यक्ति में तेज बुखार, सांस लेने में तकलीफ, तेज सिरदर्द जैसे लक्षण दिखाई पड़ेगे। वहीं अगर स्थिति गंभीर है तो इंसान इन्सेफेलाइटिस का भी शिकार हो सकता है, और 24 से 48 घंटों में कोमा में जा सकता है। बता दें कि इसके लक्षण 5 से लेकर 14 दिनों के भीतर दिखने लगते है।
कैसे कर सकते है बचाव
आपको बता दें कि Nipah Virus के इलाज के लिए अभी किसी भी प्रकार की दवाई या वैक्सीन नहीं बनाई गई है। निपाह के लिए सिर्फ सावधानी ही एक मात्र हथियार है। अगर कुछ बातों का ध्यान रखा जाए तो आप निपाह वायरस से कुछ हद तक बचाव कर सकते है। जमीन या फिर पेड़ से गिरे फल को ना खाएं, मास्क लगाकर रखें, समय- समय पर साबुन से अपना हाथ धोते रहें।