OMAD Diet vs Intermittent Fasting: आज कल गलत खान-पान और गलत डाइट से लोगों में मोटापा और तरह-तरह की बीमारी घर कर रही है। लोग तरह-तरह के हथकंड़े आजमाते है अपना वजन कम करने के लिए। कई आहार अपने कथित वजन घटाने के लाभों के कारण चलन में रहते हैं। उनमें से एक है OMAD। चलिए आपको बताते है कि OMAD इाइट क्या होता है। और इंटरमिटेंट फास्टिंग या OMAD डाइट, वजन कम करने के लिए कौन सी डाइट है बेहतर। आइए जानते है दोनों के बारे में विस्तार से।
क्या होता है ओएमएडी (OMAD) डाइट?
आपको बता दें कि ओएमएडी (OMAD) (वन मील ए डे) वास्तव में इंटरमिटेंट फास्टिंग का ही एक रूप है। इस डाइट में आपको पूरे दिन में एक बार ही भोजन करना होता है। पूरे 24 घंटे में व्यक्ति एक बार आवश्यक कैलोरी का उपभोग करता है, और बाकी समय कुछ भी नहीं खाता है। एक घंटे के अंदर जो भी खाते हैं,वहीं पूरे 24 घंटे का खाना होता है। हालांकि भूख लगने पर सादा पानी, काली चाय इसके अलावा नीबू पानी बिना चीनी के ले सकते है। हालांकि कई एक्सपर्ट इस डाइट की सलाह नही देते है। वहीं कुछ का मानना है कि इससे वजन कम करने में मदद मिल सकती है।
ओएमएडी डाइट के क्या है फायदे?
●ओएमएडी डाइट से वजन काफी तेजी से कम होता है।
●यह आपके हाई ब्लड शुगर और इंफ्लामेशन को कम करता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग क्या होती है?
आज कल वजन घटाने कई तरह के डाइट प्लान फॉलो की जाती है उसमे से एक है इंटरमिटेंट फास्टिंग, इंटरमिटेंट फास्टिंग में आपको 24 घंटे में से सिर्फ 8 घंटे के लिए ही खाना होता है। और बाकी के 16 घंटे आपको कुछ नही खाना होता है। हालांकि इस दौरान आप नीबू पानी, नारियल पानी, चाय कॉफी आदि का सेवन कर सकते है।
बता दें कि वजन कम करने के लिए इंटरमिटेंट फास्टिंग बेहद फायदेमंद हो सकती है। हालांकि इसके कुछ नुकसान भी है जिसे आपको जानना बेहद जरूरी है। इंटरमिटेंट फास्टिंग करने के लिए सही तरह की फूड प्लानिंग करना बेहद जरूरी है। इसके अलावा टाइम मैनेजमेंट भी बहुत मायने रखता है।
इंटरमिटेंट फास्टिंग के क्या है फायदे?
●इंटरमिटेंट फास्टिंग का मतलब कैलरी में कटौती करना होता है। यह वजन घटाने में काफी कारगर होता है।
●यह मेटाबॉलिज्म बूस्ट करने में मदद करता है।
ओएमएडी और इंटरमिटेंट फास्टिंग को लेकर क्या कहते है एक्सपर्ट?
एक्सपर्ट का मानना है कि ओएमएडी डाइट वजन का एक प्रभावी तरीका हो सकता है। आपके शरीर में जमा हुए फैट को पिघलाने में यह डाइट मदद करता है। इसके अलावा इस डाइट के माध्यम से आपका समय भी बचता है। हालांकि कई एक्सपर्ट का मानना है कि तेजी से वजन घटाना हमेशा टिकाऊ या स्वस्थ नही होता है। इस डाइट प्लान को फॉलो करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है। इससे आपके शरीर में कई प्रकार की बीमारी घर कर सकती है।
वहीं अगर इंटरमिटेंट फास्टिंग की बात करे तो इस डाइट में एक्सपर्ट का मानना है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग में कैलरी की कटौती करना होता है जिससे आपके शरीर का वजन कम होता है। गौरतलब है कि इंटरमिटेंट फास्टिंग के भी कुछ नुकसान है। इस डाइट को बंद करने पर तेजी से वजन बढ़ सकता है। इसके अलावा हाइपरटेंशन और पाचन से जुड़ी समस्या भी हो सकती है। वहीं एक्सपर्ट का मानना है कि डायबिटीज के मरीजों को भूलकर भी इंटरमिटेंट फास्टिंग नहीं करनी चाहिए।
किन लोगों को इस तरह की डाइट फॉलो नहीं करनी चाहिए
●डायबिटीज- जो लोग डायबिटीज से पीड़ित है उन्हें भूलकर भी यह डाइट फॉलो नही करनी चाहिए
●गर्भवती महिलाएं – आपको बता दें कि गर्भवती महिलाओं को भी इस तरह की डाइट करने से बचना चाहिए नही तो होने वाले बच्चे पर बुरा असर पड़ सकता है ।
●एथलेटिक्स को भी इस तरह कि डाइट नहीं करनी चाहिए। क्योकि उन्हें अधिक मात्रा में कैलरी की जरूरत होती है।
हालांकि कई एक्सपर्ट सलाह देते है इस तरह के डाइट फॉलो करने से व्यक्ति को अपने डॉक्टर से सलाब जरूर ले लेनी चाहिए नहीं तो उन्हें नुकसान भी उठाना पड़ सकता है।
Disclaimer: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। इस लेख में उल्लिखित तरीकों और दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, डीएनपी इंडिया उनकी पुष्टि या खंडन नहीं करता है। ऐसे किसी भी सुझाव/उपचार/दवा/आहार पर अमल करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।