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Osteoporosis: हड्डियों की गंभीर बीमारी का कैसे करें पता, जानें किन लोगों में बढ़ जाता है खतरा?

Osteoporosis: हड्डियों को प्रभावित करने वाली सबसे आम बीमारी है ऑस्टियोपोरोसिस। आइए जानते हैं आखिर कौन से लोग होते हैं सबसे ज्यादा शिकार और कैसे करें अपना बचाव।

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Osteoporosis
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Osteoporosis: आजकल लोगों में हड्डियों की बीमारी काफी देखने को मिलती है। कुछ लोग हड्डियों के दर्द से परेशान होते हैं तो कुछ को घुटनों में परेशानियां हो जाती है। क्या आपको पता है की हड्डियों को प्रभावित करने वाली सबसे कॉमन बीमारी का नाम ऑस्टियोपोरोसिस है। लेकिन क्या आपको पता है कि ऑस्टियोपोरोसिस क्या होता है। डॉ प्रियंका शेहरावत ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो शेयर कर इस बारे में जानकारी दी और बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस में मरीज को कैसे पता चलेगा कैसे सबसे आम हड्डियों की बीमारी बनी है। आईए देखते हैं यह वीडियो।

क्या है ऑस्टियोपोरोसिस

ऑस्टियोपोरोसिस का मतलब होता है हड्डियों का कमजोर होना जिसका मतलब यह है कि हड्डियों में मौजूद मिनरल्स जो बोन्स को मजबूत बनाते हैं। कैल्शियम और फास्फोरस का क्वांटिटी कम हो जाना और उस वजह से हड्डी को टूटने और उसे फ्रैक्चर होने का रिस्क बढ़ता है।

इन लोगों में है ऑस्टियोपोरोसिस का रिस्क

  • प्रियंका शेहरावत ने बताया कि ऑस्टियोपोरोसिस के रिस्क पर सबसे ज्यादा कौन से लोग रहते हैं यानी सबसे ज्यादा हड्डी के इस बीमारी से किन्हे समस्याएं होती है।
  • बढ़ती उम्र के लोगों में यह समस्या देखने को मिल सकता है। 65 साल की उम्र के बाद अगर आप कैल्शियम और विटामिन डी का ध्यान न रखें
  • इस लिस्ट में दूसरे हैं मैनोपॉज के बाद महिलाओं में एस्ट्रोजन हार्मोन की कमी की वजह से ऑस्टियोपोरोसिस हो जाता है।
  • इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर आते हैं स्मोकिंग करने वाले लोग यानी स्मोकर्स। स्मोकिंग में ऐसे कॉम्पोनेंट्स होते हैं जो हड्डियों को कमजोर कर देते हैं।
  • वहीं इस लिस्ट में वैसे लोग भी शामिल हो सकते हैं जो सिडैंटरी लाइफस्टाइल को फॉलो करते हैं जो अपनी जीवन शैली में इनएक्टिव है फिजिकली तो आप भी इस बीमारी के रिस्क पर है।

ऐसे करें ऑस्टियोपोरोसिस को पता

ऑस्टियोपोरोसिस का पता कैसे करें तो इसमें डेक्सा स्कैन डिमांड में है। कैलशियम लेवल और विटामिन डी लेवल के अलावा डेक्सा स्कैन नाम की एक जांच होती है जिसमें आता है जी स्कोर से मिनरल्स की डेंसिटी कितनी है। उसके हिसाब से इलाज किया जा सकता है। अगर आप ऑस्टियोपोरोसिस के रिस्क पर हैं। स्क्रीनिंग के तौर पर जरूर कराएं स्कैन और ऑर्थोपेडिशियन से जरूर मिले।

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