Pregnancy Tips: प्रेगनेंसी किसी भी पेरेंट्स के लिए जिंदगी का सबसे खूबसूरत वक्त होता है, आने वाले नन्हे मेहमान के लिए तैयारियों के साथ प्रेगनेंट महिला का ध्यान रखना भी काफी जरूरी है. एक स्वस्थ बच्चे का विकास सबसे पहले मां के गर्भ से ही होना शुरू हो जाता है इसलिए यह वक्त नाजुक भी होता है. इस अवस्था में बच्चे की ग्रोथ का पता लगाने के लिए समय-समय पर अल्ट्रासाउंड किया जाता है मगर इसे लेकर लोगों के बीच कंफ्युजन रहती है कि यह करवाना कितना सही रहता है और इसे 9 महिनों में कितनी बार करवाना चाहिए? आज आपको इसी से जुड़ी जानकारी देने जा रहे हैं.
प्रेगनेंसी में क्यो करते हैं अल्ट्रासाउंड?
यह किसी भी महिला के लिए सबसे नाजुक अवस्था होती है, ऐसे में मां का ख्याल रखने के साथ बच्चे की ग्रोथ के बारे में सही जानकारी होना जरूरी है. बता दें कि ऐसी में अलट्रासाउंड करवाना पूरी तरह से सुरक्षित रहता है, इससे न केवल गर्भ में बच्चे की स्थिती के बारे में पता चलता है बल्कि प्रेगनेंसी में आने वाली दिक्कतों के बारे में भी पहले से ही बता देता है. अलट्रासाउंड में बिल्कुल दर्द नहीं होता और मां और बच्चा के उपर भी कोई गलत असर नहीं होता है.
प्रेगनेंसी में कितनी बार करवाएं अलट्रासाउंड
गर्भावस्था में इस बात की भी जानकारी होना जरूरी है कि अलट्रासाउंड कितनी बार और कब होना चाहिए तो आपको बता दें कि इस हालत में पहला अल्ट्रासाउंड तीन महीने के बाद और सब ठीक रहने पर दूसरा छटे महीने में साथ ही तीसरी बार अखिरी चरण यानी आठवें से नौवे महीने के बीच करवाना सबसे ठीक रहता है. साथ ही डॉक्टर से टाइम टू टाइम चेकअप के लिए भी जाना चाहिए. अगर किसी की प्रेगनेंसी में कुछ दिक्कते हैं तो उन्हें डॉक्टर के परामर्श के अनुसार ही दिए गए समय पर अलट्रासाउंज करवाना चाहिए.
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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