Ramzan 2023: रमजान का महीना इस्लामिक कैलेंडर का नौवां महीना होता है। जिसे सबसे पाक माना जाता है ऐसे में इस महीने करीब 1 महीने तक रोजा रखा जाता है। इन रोजों के दौरान सूर्य उदय के बाद से लेकर सूर्यास्त तक कुछ भी खाने पीने की मनाही होती है। अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आपको इन बातों का ख्याल ध्यान रखना होगा।
इंसुलिन के स्तर बढ़ने का खतरा
रमजान में रोजे के दौरान डायबिटीज के मरीजों को अपना खास ख्याल रखना होगा क्योंकि इस दौरान रोजदार करीब 12 से 15 घंटे तक भूखे रहते हैं। ऐसे में इतना लंबे समय तक डायबिटीज के मरीजों को भूखा नहीं रहना चाहिए नहीं तो उनकी तबीयत भी खराब हो सकती है। इसी के साथ गर्मी का मौसम भी आ रहा है जिसकी वजह से लोगों को ज्यादा प्यास लगती है ऐसे में डायबिटीज में इंसुलिन के स्तर बढ़ जाता है। आपको रोजे के दौरान इन बातों का ख्याल ध्यान रखना होगा।
डॉक्टर से ले सलहा
यदि आप रोजा रखने की सोच रहे हैं और आपको डायबिटीज जैसी खतरनाक बीमारी है तो इससे पहले डॉक्टर से जरूर सलाह ले लें। उनसे यह भी पूछे कि रोजे के दौरान ब्लड ग्लुकोज के स्तर को नॉर्मल रखने के लिए क्या करना चाहिए।
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एक साथ ज्यादा खाना न खाए
इसी के साथ रोजे में सहरी के दौरान लोग एक साथ काफी ज्यादा खाना खा लेते हैं। लेकिन डायबिटीज के मरीजों के लिए एक साथ खाना खाना काफी हानिकारक हो सकता है इससे उनका ब्लड ग्लोकोज काफी बढ़ जाता है। ऐसे में आप इस बात का ध्यान रखें कि आप क्या चीज और कितने मात्रा में खा रहे हैं।
फल, सब्जियों को डाइट में करें शामिल
रोजे के दौरान अपनी डाइट में फल, सब्जियां, दाले जैसी चीजों को शामिल करें। इसी के साथ इफ्तार के समय मीठी चीजें खाने से बचें। समय समय पर अपने ब्लड शुगर लेवल को चेक करते रहिए इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि आपका ब्लड ग्लोकोज बढ़ रहा है या मेंटेन है।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, DNP INDIA न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।