Psychosis Disorder: साइकोसिस डिसऑर्डर एक दिमागी बीमारी है। इस बीमारी में लोग भ्रमित, भ्रम या असामान्य मानसिक स्थिति के शिकार हो जाते हैं। साइकोसिस डिसऑर्डर में व्यक्ति काल्पनिक बातें या फिर वास्तविक बातों पर ज्यादा ध्यान देता है। इसी के साथ व्यक्ति अपने में ही खोया सा रहता है। मरीज असली नकली सही गलत में फर्क करने की शक्ति को खो देता है। ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल के जरिए साइकोसिस डिसऑर्डर नामक बीमारी के बारे में बताने जा रहे हैं।
साइकोसिस डिसऑर्डर बीमारी का कारण
एक्सपोर्ट के अनुसार लोगों को साइकोसिस डिसऑर्डर जेनेटिक वातावरण, साइकोलॉजिकल और शारीरिक कारणों की वजह से होता है। यह एक ऐसी बीमारी है जिसका एक कारण बता पाना काफी मुश्किल है। दौरे, मानसिक डिसीज, स्टीयरॉइड, कीमोथेरेपी जैसी चीजों से भी मानसिक परिवर्तन की वजह से साइकोसिस आर्डर हो सकता है। इसी के साथ नींद पूरी ना होना, नशे की लत की वजह से भी लोगों को साइकोसिस जसोदा की समस्या होती है। वहीं टॉक्सिन जैसे यूरिमिया के बढ़ने से भी यह बीमारी हो सकती है।
साइकोसिस डिसऑर्डर के प्रमुख लक्षण
ऐसे में अगर इस बीमारी के लक्षणों की बात करें तो इसमें जरूरत से ज्यादा सोचना, फोकस की कमी, किसी भी तरह की भावनाएं ना होना, दूसरों के विश्वास से मेल ना खाना, ऐसी आवाजें सुनाई देना जो कभी दी ही नहीं गई, बार-बार शक करने की आदत हो ना, बातचीत करते वक्त विषय बदल देना, परिवार या दोस्तों से दूरी बनाना, खुदकुशी के विचार आना, डिप्रेशन, ज्यादा देर तक सो नहीं पाना, बार-बार ऐसा लगना कि लोग उसके खिलाफ साजिश रच रहे हैं, कोई उसका पीछा कर रहा है, कैमरे के जरिए कोई उस पर नजर रख रहा है। यह सभी लक्षण साइकोसिस डिसऑर्डर के प्रमुख लक्षण है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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