Health Tips: University of Helsinki के शोधकर्ताओं ने एक शोध किया है जिसमें दो प्रकार की लाइफस्टाइल और उससे होने वाले नुकसान के बारे में बताया है। इस रिसर्च में दो तहर के लोगों को शामिल किया गया था। जिनमें मॉर्निंग पर्सन और नाइट पर्सन थे। आखिर इनका मतलब क्या होता है? मॉर्निंग पर्सन का मतलब है, जो व्यक्ति सुबह जल्दी उठता हो और वह खुद को बाकियों के मुकाबले ज्यादा फुर्तिला महसूस करता हो और ये पूरे दिन खुशमिजाज रहते हैं। दूसरी तरफ देखा जाए तो नाइट पर्सन इसका एकदम विपरित होता है। नाइट पर्सन शाम और रात को ज्यादा एक्टिव होता है। उनके काम करने की क्षमता रात में अधिक होती है। और ये देर रात तक जागते हैं।
शोधकर्ताओं ने बताया कि इस लाइफस्टाइल को पर्सनालिटी, फिजिकल एक्टिविटी के आधार दो भागों में बांटा गया था। इस रिसर्च में पाया गया है कि नाइट पर्सन को मौत का खतरा अधिक है। इन लोगों में शराब और सिगरेट पीने की आदतें लग जाती है। साथ ही कई प्रकार की बिमारियों से भी ग्रसित हो जाते हैं।
रिसर्च के मुताबिक नाइट पर्सन की लाइफ स्पैन डे या मॉर्निंग पर्सन की तुलना में कम होती है। हमारा शरीर सूर्य के चक्र के हिसाब से चलता है। जैसे जैसे सूर्य पृथ्वी का चक्कर लगाता है वैसे ही हमारा शरीर उस हिसाब से काम करता है। लेकिन नाइट पर्सन की लाइफ इसके विपरीत होती है। जिसकी वजह से उन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। और उनकी सेहत पर काफी बुरा असर होता है। जिसकी वजह से उनकी जिन्दगी मॉर्निंग पर्सन की तुलना में कम होती है। एक स्टडी में बताया गया है कि नाइट पर्सन में delay sleep phase disorder पाया गया है। इसकी वजह से नाइट पर्सन में निश्चित समय से देर से नींद आती है।
शोधकर्ता Hublin ने कहा कि नाइट पर्सन में धु्म्रपान और शराब पीने की आदत मॉर्निंग पर्सन के मुकाबले ज्यादा होती है। यही कारण है कि नाइट पर्सन की मृत्यु जल्दी होती है। इस स्टडी में बताया गया है कि 23000 से ज्यादा लोगों के हेल्थ और लाइफस्टाइल की 37 सालों तक जांच की गई (1981-2018)। इस जांच में पाया गया कि 8700 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई। मृतकों में सबसे अधिक नाइट पर्सन शामिल थे।
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