Tingling in Hands: कभी-कभी हम लंबे समय तक एक ही पोज में अगर बैठे रहते हैं तो हमारे पैरों में झुनझुनाहट होने लगती है। तो कभी ऐसा भी होता है कि यह झुनझुनाहट हाथों में होती है। आमतौर पर हम इसे इग्नोर करते हैं लेकिन अगर इस पर गौर करें और न्यूरोलॉजिस्ट की बात करें तो इससे और भी खतरे होने की संभावना है। डॉ प्रियंका शेहरावत एक वीडियो शेयर कर इस बारे में लोगों के कंफ्यूजन को दूर करती हुई नजर आई और उन्होंने बताया है कि यह कार्पल टनल सिंड्रोम के भी लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में जरूरी है कि सावधानी बरतें।
क्यों होती है हाथों में झुनझुनाहट
हथेलियों में झुनझुनाहट कार्पल टनल सिंड्रोम भी हो सकता है। कार्पल टनल सिंड्रोम एक ऐसा स्ट्रक्चर होता है हमारी हथेलियां में हमारे रिस्ट के अंदर जिसमें से हमारी नर्स गुजरती है। एक हमारे अंगूठे और दोनों उंगलियों (सेकंड फिंगर और मिडिल फिंगर) को सप्लाई करती है उसके इरिटेट होने पर कंप्रेशन के चांसेस ज्यादा रहते हैं।
किसे है खतरा
हाइपोथायरायडिज्म यानी की थायराइड के पेशेंट डायबिटीज के पेशेंट और जिनको मोटापा है उनमें कार्पल टनल सिंड्रोम होने के चांसेस ज्यादा रहते हैं। क्योंकि नसों के पास करने की जगह नहीं बचती है। अंदर के सॉफ्ट टिशु स्वेलन अप हो जाता है।
ध्यान रखें ये बात
इसके लिए क्या किया जाए पहली चीज न्यूरोलॉजिस्ट से मिलकर नर्व कंडक्शन यानी की नसों की जांच करना जरूरी रहता है। घर पर ध्यान रखने होंगे कि जिसमें हथेलियां की मूवमेंट हो जैसे आटे गुथने और स्कूटी के गियर चेंज करने वाले इसको कम से कम करें। क्योंकि रातों में हाथ के मूवमेंट ज्यादा होते हैं इसलिए डॉक्टर की सलाह पर आप इसके लिए कुछ उपाय कर सकते हैं। डॉक्टर प्रियंका शेहरावत ने इस वीडियो में इस बारे में पूरी जानकारी दी है जो आपके लिए मददगार है।
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