Toilet Paper Side Effects: देश सहित व्यक्ति का भी तेजी से विकास हो रहा है। समय के साथ लोग नई नई चीजों का इस्तेमाल कर रहे हैं। वहीं अभी के समय में लोग टॉयलेट पेपर का इस्तेमाल करते हैं। ये साफ सफाई को मेंटेन रखने के लिए बहुत जरूरी है। मगर आपको पता है? टॉयलेट पेपर जानलेवा बीमारी का कारण भी बन सकता है। जी हां, इससे कई बड़ी बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इसके कारण व्यक्ति को कई सारी चीजें झेलनी पड़ती है।
आपको बता दें, अमेरिका के एक रिसर्च में पाया गया है कि टॉयलेट पेपर को बनाने में कई तरह के केमिकल का प्रयोग किया जाता है। ये केमिकल बेहद खतरनाक होता है। वहीं लोगों की आदत होती है टॉयलेट पेपर को फ्लश करने की। इसके कारण ये पानी में मिलाकर जहरीला हो जाता है। वहीं जब ये सीवेज के माध्यम से पानी में मिलता है और इस पानी का इस्तेमाल जीव-जंतु और इंसान करते हैं। तो उनपर कई बीमारियों का खतरा मंडराता है। तो आइए इस आर्टिकल में विस्तार से रिसर्च के विषय में जानते हैं।
21 लोकप्रिय ब्रांड पर की गई जांच
आपको बता दें, अमेरिका फ्लोरिडा यूनिवर्सिटी में टॉयलेट पेपर के अन्य 21 ब्रांड्स पर रिसर्च किया गया था। इसमें पाया गया कि टॉयलेट पेपर बनाने के लिए जिन केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। उससे कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का खतरा बढ़ता है। वहीं टॉयलेट पेपर को पानी में डालकर देखा गया तो उसका परिणाम आया कि कुछ ही समय में पानी में जहर फैल गया। आपको बता दें, एक टॉयलेट पेपर को बनाने में अलग-अलग 14 केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है।
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इन बीमारियों का बढ़ता है खतरा
आपको बता दें, टॉयलेट पेपर बनाने के लिए पर-एंड- पॉली फ्लोरो- अल्काइल सबस्टेंस (फोरवेर केमिकल) का इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा इसमें PFS नाम का एक केमिकल होता है जो बेहद खतरनाक है। इसके कारण कैंसर सहित कई जानलेवा बीमारियां फैलती है। इसमें गर्भाशय की समस्या, लीवर की समस्या और हार्ट की बीमारी शामिल है। वहीं इससे स्किन कैंसर जैसी बीमारी होने का खतरा मंडराता रहता है।
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Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, DNP INDIA न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।