Tongue Color Symptoms: हम जब भी बीमार होते हैं तो डॉक्टर के पास में जाते हैं। यहां जाने के बाद डॉक्टर सबसे पहले थर्मोकेयर से बीमारी का पता करते हैं। वहीं कुछ डॉक्टर ऐसे भी हैं जो नब्ज पकड़कर यह भी जीभ को देखकर बीमारी का पता लगाते हैं। लेकिन क्या कभी आपने सोचा है कि डॉक्टर ऐसा क्यों करते हैं। आखिर उन्हें कैसे जीभ देखने पर बीमारी का पता चल जाता है। ऐसे में आइए आज हम आपको बताते हैं कि जीभ को देखने से कैसे किसी बीमारी का पता चलता है। इसके साथ ही यह भी जानेगें की कौन – कौन सी बीमारी के बारे में पता लगाया जा सकता है।
जीभ के रंग में बदलाव
जब भी हम बीमार होते हैं तो हमारे जीभ में एक खास तरह का बदलाव होता है। अगर आप भी गौर करें तो जीभ का रंग बदलकर कुछ अलग दिखाई देने लगता है। इस बदलाव से ही डॉक्टर बीमारी का पता लगा लेते हैं। वहीं कई डॉक्टरों का यह मानना है कि कैंसर और डायबिटीज की भी जानकारी इसके माध्यम से ही निकाली जा सकती है।
बाल या फर होने पर यह बीमारी
हेल्थ एक्सपर्ट की अगर हम मानें तो कभी – कभी हमारे जीभ पर बाल या फर सा कुछ चिपका हुआ दिखाई देता है। यह बाल काले रंग का या फिर ब्राउन रंग का होता है। इसके कारण हमारे शरीर में भी बदलाव होने लगता है। ऐसे में डॉक्टर का कहना है कि इससे व्यक्ति को फीवर है इसका पता चलता है।
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जीभ के कालेपन से हो सकती है यह बीमारी
कभी – कभी अचानक से कुछ लोगों का जीभ काला हो जाता है। ऐसे में हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो यह डायबिटीज के लक्षण हैं। ऐसा तब होता है जब हमारी जीभ में थूक के साथ – साथ ऊपरी सतह पर कुछ फास जाता है।
जीभ का लाल होना बताता है यह रंग
अगर आपकी जीभ लाल हो जा रही है तो यह काफी परेशानी वाली बात है। ऐसा तब होता है जब किसी छोटे बच्चे को कावासाकी बीमारी होती है। यह बीमारी बहुत ही खतरनाक होती है। ऐसे में समय रहते इसका इलाज करवाना चाहिए।
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डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।