H3N2 Virus: कोरोना वायरस के मामले थमने के बाद H3N2 वायरस के मामले बढ़ते जा रहे हैं।वहीं राजधानी दिल्ली में भी इस वायरस के मामले बढ़ रहे हैं। ये स्थिति काफी चिंताजनक उत्पन्न हो रही है। वहीं इस वायरस के केस अधिक उम्र के लोगों में अधिक देखने को मिल रहा है, वहीं देशभर में इस वायरस से 7 लोगों की मौत भी हो गई है।
वहीं जब कोविड-19 अपना पांव पसार रहा था तब लोग इससे बचने के लिए एज़िथ्रोमाइसिन का प्रयोग करने लगे थे। वहीं H3N2 वायरस से बचने के लिए भी एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल कर रहे हैं। मगर बता दें, ऐसा नहीं करना चाहिए। इससे परेशानी काफी बढ़ सकती है। वहीं इसका साइड इफेक्ट्स भी काफी गंभीर है। इससे व्यक्ति को भारी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आज इस आर्टिकल में हम आपको बताने वाले हैं कि H3N2 वायरस के लिए एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए।
H3N2 वायरस के लिए कितना फायदेमंद है ये वायरस?
आपको बता दें, एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल बेक्टीरियल डिजीज के लिए किया जाता है। मगर ये वायरस है, इसमें एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल बिल्कुल न करें। इस वायरस को ठीक करने के लिए ये दवाई बिलकुल भी सक्षम नहीं है।
वहीं इसके प्रयोग से स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ता है। बता दें, जब व्यक्ति एंटीबायोटिक्स का सेवन करता है और उसपर दवाई का कोई प्रभाव नहीं पड़ता है तो इस स्थिति में दवा स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक हो जाता है। इससे व्यक्ति को कई दुष्प्रभाव देखने को मिलते हैं।
इन संक्रमणों में न करें एंटीबायोटिक्स का प्रयोग
एंटीबायोटिक्स का प्रयोग हमेशा बेक्टीरियल डिजीज के लिए किया जाता है। कभी भी सर्दी, खांसी, बुखार और दस्त जैसी समस्या में बिना सोचे समझे एंटीबायोटिक्स का प्रयोग नहीं करें। वहीं डेंगू भी एक वायरस डिजीज है। इसमें भी एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसलिए अगर आप किसी भी संक्रमण से ग्रसित हैं। तो एंटीबायोटिक्स का इस्तेमाल न करें, बल्कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। ऐसी स्थिति में डॉक्टर से परामर्श के बाद ही दवा का सेवन करें। इसका बेहतर परिणाम आपके स्वास्थ्य पर पड़ेगा।
Disclaimer: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल सुझाव के रूप में लें, DNP INDIA न्यूज़ इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।