World Heart Day 2023: भारत में इन दिनों बच्चों में हार्ट अटैक के मामले सामने आ रहे हैं। हाल ही में गुजरात के सूरत में रहने वाली एक 12 साल की बच्ची को बुधवार को उसकी कक्षा में हार्ट अटैक आया और उसकी मौत हो गई। इस बच्ची का नाम रिद्धि मेवाड़ बताया जा रहा है, जो 8वीं कक्षा में पढ़ती थी। वहीं इससे पहले एक 14 साल के लड़के की हार्ट अटैक के कारण मौत की खबर सामने आई थी। वह लड़का लखनऊ का रहने वाला था और 9वीं कक्षा में पढ़ता था। इन दोनों ही मामलों ने देशभर में माता-पिता के मन में हार्ट अटैक को लेकर एक डर पैदा कर दिया है।
हर माता-पिता के मन में केवल यही सवाल है अपने बच्चों को इस हार्ट अटैक के ख़तरे से कैसे बचाया जाए?आज दुनियाभर में World Heart Day 2023 मनाया जा रहा है। इस मौक़े पर आज हम सभी माता-पिता की चिंता को दूर करने के लिए और बच्चों को हार्ट अटैक के ख़तरे से बचाने के लिए कुछ उपाय लेकर आए हैं। आइये जानते इन उपायों के बारे में, जो बच्चों में हार्ट अटैक के ख़तरे को कम करने में मददगार साबित होंगे।
लाइफ़स्टाइल बनाएं स्वस्थ
बच्चों में हार्ट अटैक के ख़तरे को कम करने के लिए बच्चों के लाइफ़स्टाइल में बदलाव करना ज़रूरी है। इसके लिए आपको अपने बच्चों के खाने-पीने पर विशेष ध्यान देने की ज़रूरत है। अक्सर देखा जाता है कि बच्चे हरी सब्ज़ियां, फल और दालें खाना पसंद नहीं करते हैं। मगर आपको उनमें ये चीज़ें खाने की आदत डालनी होगी। इस तरह का पौष्टिक खाना आपके बच्चों की सेहत में सुधार करेगा और दिल को मज़बूत बनाने में भी मदद करेगा।
स्वास्थ्य को लेकर न करें खिलवाड़
ऐसा अक्सर देखा जाता है कि कुछ बच्चों की हेल्थ बहुत कमज़ोर होती है जिसके चलते वह जल्दी कई रोगों का शिकार हो जाते हैं। इसके लिए यह ज़रूरी है कि माता-पिता अपने बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखें। वह बच्चों को समय पर दवा दें, उनका समय पर टीकाकरण कराएं और उनमें हाथ धोने की आदत डालें।
पानी पीना है बहुत ज़रूरी
हमारे शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलना बहुत ज़रूरी है। अगर ऐसा नहीं होता है तो हम कोई बीमारियों की चपेट में आ सकते हैं। इसी को देखते हुए अपने बच्चों में भी पानी पीने की आदत डालें। इससे वह कई रोगों से बचे रहेंगे और उनमें बीमारियों का ख़तरा भी कम होगा।
बीमारियों के प्रति रहें जागरूक
अपने बच्चों में होने वाली किसी भी बीमारी के प्रति माता-पिता के लिए खुद को जागरूक करना बेहद ज़रूरी है। इससे उस बीमारी की रोकथाम में मदद मिलती है और आगे होने वाली किसी भी गंभीर बीमारी से बच्चों का बचाव करना आसान हो जाता है।
डिस्क्लेमर: इस आर्टिकल में बताई विधि, तरीक़ों व दावों को केवल जानकारी के रूप में लें। DNP News Network/Website/Writer इनकी पुष्टि नहीं करता है। इस तरह के किसी भी उपचार/दवा/डाइट पर अमल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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