World Pneumonia Day 2024: किसी भी बीमारी को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए एक खास दिन को मनाया जाता है और ऐसे में 12 नवंबर को हर साल विश्व निमोनिया (Pneumonia) दिवस मनाया जाता है। इस खास दिन के महत्व के बारे में बात करें तो दुनिया भर में बच्चे और बुजुर्ग में फैलने वाली इस बीमारी के बारे में लोगों को जागरूक करने के साथ-साथ इस बारे में प्रशिक्षित करने के मकसद से इस खास दिन का महत्व है। ऐसे में इस साल भी विश्व निमोनिया दिवस मनाया जा रहा है। हालांकि इस सबसे परे क्या आपको पता है कि प्रदूषण से यह बीमारी हो सकती है क्योंकि दिल्ली, लखनऊ जैसे शहरों में प्रदूषण का स्तर काफी देखा जा रहा है तो क्या इससे निमोनिया का खतरा है।
World Pneumonia Day 2024: प्रदूषण है Pneumonia की वजह
अगर इस बारे में बात करें तो यह सच है कि सांस संबंधी बीमारियां वायु प्रदूषण से बहुत अधिक मात्रा में बढ़ती है। ऐसे में निमोनिया का खतरा भी ज्यादा होता है। यूनिसेफ की रिपोर्ट के मुताबिक जहां प्रदूषण ज्यादा है वहां निमोनिया से पीड़ित बच्चों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। डॉक्टर की माने तो प्रदूषण निमोनिया की एक वजह है। बदलते मौसम के साथ सर्दी, खांसी और सांस लेने की समस्या लोगों में काफी ज्यादा देखने को मिल रहा है और इसकी एक वजह प्रदूषण भी है। जानलेवा वायु सांस से जुड़ी परेशानी के साथ-साथ निमोनिया का खतरा बढ़ा सकता है।
किसे है Pneumonia का खतरा ज्यादा
निमोनिया की समस्या बच्चों और बुजुर्ग में ज्यादा देखने को मिलता है। 2 साल या उससे कम उम्र के बच्चे और बुजुर्ग लोगों में बदलते मौसम और ठंड में इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में लक्षणों पर गौर करें और समय रहते इलाज करवा लें क्योंकि इसकी वजह से मुश्किलें बढ़ सकती है।
निमोनिया के लक्षण
खांसी भी है एक कारण
खांसी भी एक वजह है। अगर आपको लंबे समय से खांसी है और अभी तक आप इसे सिर्फ सोच कर इग्नोर कर रहे हैं तो आपको सचेत होने की जरूरत है क्योंकि यह निमोनिया का संकेत हो सकता है ऐसे में समय रहते आप डॉक्टर से जरूर संपर्क करें।
उल्टी को ना करें इग्नोर
अगर आपके बच्चे को बार-बार उल्टी आ रहा है तो ऐसे में बिना देर किए डॉक्टर के पास ले जाएं क्योंकि यह भी निमोनिया की एक वजह हो सकती है।
बेवजह रो रहा बच्चा
अगर आपका बच्चा ज्यादा चिड़चिड़ा हो रहा है और वह बेवजह रोए जा रहा है तो उसे डॉक्टर के पास ले जाने में जरा भी देर ना करें क्योंकि यह आपके बच्चे के लिए खतरे से कम नहीं है।
सांस लेने में तकलीफ
निमोनिया के एक लक्षण की बात करें तो सांस लेने में तकलीफ मरीजों में सबसे ज्यादा देखने को मिलता है। प्रदूषण की वजह से सांस की समस्या आम है लेकिन इसे नजरअंदाज करने की गलती बिल्कुल भी ना करें।
बुखार की करें जांच
अगर आपको बुखार है तो ऐसे में समय-समय पर इसकी जांच करते रहे। घर में ही थर्मामीटर से तापमान मापें और इस बात का खास ख्याल रखें कि अगर आपको तेज बुखार हो रहा है तो डॉक्टर से संपर्क करना बिल्कुल भी ना भूले।
बलगम की समस्या
बलगम की समस्या वैसे तो आम है लेकिन अगर पीले, हरे या खूनी बलगम आ रहे हैं तो आपको विशेष सावधानी बरतनी की जरूरत है क्योंकि यह निमोनिया के लक्षण हो सकते हैं।
थकान भी है एक वजह
अगर आपका बच्चा कोई काम कर रहा है। इसके बाद थकान हो रहा है तो इसे हल्के में लिया जा सकता है लेकिन अगर वह कोई काम नहीं कर रहा और सुस्त है तो सावधान हो जाए।
World Pneumonia Day 2024: किस तरह करें बचाव
भीड़ वाले जगह पर ले जाने से बचें
निमोनिया से बचाव की बात करें तो जहां तक हो सके बच्चों को भीड़ वाले जगह पर ले जाने से बचें क्योंकि यह उनके लिए खतरे से कम नहीं है।
टीका लगवाना ना भूलें
इस बात का खास ख्याल रखें कि बच्चे के जन्म के बाद निमोनिया का टीका लगवाना बिल्कुल भी ना भूले क्योंकि इससे निमोनिया का खतरा काफी हद तक कम हो जाता है।
भरपूर नींद लेने की करें कोशिश
इस बात का खास ख्याल रखें कि आपका बच्चा भरपूर नींद ले क्योंकि इससे इम्यूनिटी सिस्टम स्ट्रांग होता है और आपके बच्चे को प्रदूषण से बचाया जा सकता है।
घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल
प्रदूषण से फैलने वाले निमोनिया से बचने के लिए घर में एयर प्यूरीफायर का इस्तेमाल करें ताकि आपका बच्चा स्वस्थ और निमोनिया से पीड़ित ना हो सके।
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