World Sickle Cell Day 2024: सिकल सेल रोग (एससीडी) एक प्रचलित रक्त बीमारी है जो भारत में 20 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करती है, जिससे स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों पर महत्वपूर्ण भार पड़ता है। आपको बता दें कि आज वर्ल्ड सिकल सेल रोग दिवस भी है। आज हम इस लेख के माध्यम से आपको बताएंगे की सिकल सेल रोग क्या होता है। इसे कैसे पहचाने और इससे कैस बचा जा सकता है।
क्या होता है सिकल सेल रोग?
सिकल सेल एनीमिया एक ऐसी बिमारी है जिसमे रेड ब्लड सेल्स की कमी हो जाती है। इसकी वजह से इंसान के शरीर में ठीक तरह से ऑक्सीजन की मात्रा नहीं पहुंच पाती है। जिसके कारण लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। आपको बता दें कि यह एक जेनेटिक ब्लड डिसऑर्डर है। जो रेड ब्लड सेल्स को प्रभावित करता है। गौरतलब है कि रेड ब्लड सेल्स का काम पूरे शरीर में सही तरीके से ऑक्सीजन पहुंचाने का होता है। इस बीमारी के कारण व्यक्ति को कई प्रकार की गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है।
सिकल सेल एनीमिया के लक्षण
●बार-बार शरीर में दर्द होना।
●सिकल सेल एनीमिया से थकान, शरीर में पीलापन और कमजोरी होती है।
●व्यक्ति को पीलिया होना यानि उनकी त्वचा का पीला पड़ना और उनकी आंखों का सफेद भाग।
●हाथों और पैरों में दर्दनाक सूजन।
●सिकल सेल एनीमिया वाले लोगों को संक्रमण का खतरा हमेशा बना रहता है।
सिकल सेल एनीमिया रोग के उपाय
गौरतलब है कि यह जेनेटिक बिमारी है, यह पूरी तरह से तो ठीक नहीं हो सकती है, लेकिन इस बीमारी के गिरफ्त में आने वाले बच्चे को जन्म के तुरंत बाद वैक्सीन दी जाती है। अगर व्यक्ति के किसी के परिवार में ऐसी बिमारी पहले हो चुकी है तो वह जेनेटिक टेस्ट करवा सकते है। हालांकि सही समय पर इस बीमारी का पता लग जाए तो इसे मैनेज किया जा सकता है।