Anand Sharma: कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को लिखा पत्र। पत्र में में लिखा है कि, “…मेरे विचार में, जाति जनगणना रामबाण नहीं हो सकती और न ही बेरोजगारी और प्रचलित असमानताओं का समाधान हो सकती है।” उन्होंने आगे लिखा कि “मेरी विनम्र राय में, इसे इंदिरा जी और राजीव जी की विरासत का अपमान माना जाएगा”। गौरतलब है कि जातीय जनगणना को लेकर एक बार फिर कांग्रेस पार्टी के अंदर फूट नजर आ रही है।
बता दें कि कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को एक पत्र लिखा, जिसमे उन्होंन जिक्र किया कि “मेरे विचार में, जाति जनगणना रामबाण नहीं हो सकती और न ही बेरोजगारी और प्रचलित असमानताओं का समाधान हो सकती है”। गौरतलब है कि राहुल गांधी लोकसभा चुनाव से पहले जातीय जनगणा की मांग कर रहे है।
इंदिरा गांधी और राजीव गांधी का दिया हवाला
आनंद शर्मा ने कांग्रेस के समावेशी और सर्वव्यापी दृष्टिकोण को याद करते हुए इंदिरा गांधी और राजीव गांधी के लोकप्रिया नारो का हवाला दिया और कहा कि पार्टी वर्तमान रूख पिछली कांग्रेस सरकारों की विचारों का साथ मेल नही खाता है। आनंद शर्मा ने इंदिरा गांधी के 1980 के उस नारे को याद दिलाते हुए लिखा “ना जात पर न पात पर मुहर लगेगी हाथ पर। “
उन्होने पत्र में राहुल गांधी का जिक्र करते हुए लिखा 1990 के मंडल दंगों के बाद विपक्ष के नेता के रूप में श्री राजीव गांधी ने 6 सितंबर 1990 को लोकसभा में अपने ऐतिहासिक भाषण में कहा था कि “अगर हमारे देश में जातिवाद को स्थापित करने के लिए जाति को परिभाषित किया जाता है तो हमें समस्या है, अगर जातिवाद को एक कारक बनाया जाएगा तो हमें समस्या है। संसदीय और विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए कांग्रेस खड़ी होकर इस देश को विभाजित होते नहीं देख सकती”।
बीजेपी ने कांग्रेस पर साधा निशाना
श्री आनंद शर्मा अब तक के सबसे वफादार कांग्रेसियों में से एक के रूप में जाने जाते हैं। ऐसा लगता है कि कुछ वफादार कांग्रेस सदस्यों ने श्री राहुल गांधी को स्वर्गीय इंदिरा गांधी जी के साथ-साथ स्वर्गीय राजीव गांधी का अपमान करने से रोकने का फैसला किया है।