Monday, December 23, 2024
Homeख़ास खबरेंChandrayaan-3: मून मिशन के तहत ISRO को मिली बड़ी कामयाबी, क्रायोजेनिक इंजन...

Chandrayaan-3: मून मिशन के तहत ISRO को मिली बड़ी कामयाबी, क्रायोजेनिक इंजन का हुआ सफल परीक्षण

Date:

Related stories

ISRO का नॉटी बॉय देगा बिगड़े मौसम की सटीक जानकारी! जानें INSAT-3DS की खास डिटेल

ISRO: देश की अंतरिक्ष एजेंसी यानी भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान...

Ayodhya Ram Mandir: ISRO ने जारी की तस्वीर, देखें अंतरिक्ष से कैसी नजर आती है राम नगरी

Ayodhya Ram Mandir: अयोध्या में सरयू तट पर स्थित राम मंदिर को लेकर इन दिनों खूब चर्चाएं हो रही हैं। दरअसल 22 जनवरी यानी कल राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा (Pran Pratishtha) का आयोजन होना है। इस खास अवसर पर राम नगरी को खूब सजाया जा रहा है।

Chandrayaan-3: भारत की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो यानि कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन को मिशन चंद्रयान-3 के तहत बड़ी कामयाबी मिली है। इसरो के मुताबिक, चंद्रयान-3 के प्रक्षेपण वाहन या यान CE-20 क्रायोजेनिक इंजन का सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया गया है। इसरो ने इस सफलता को चंद्रयान-3 मिशन के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

इसरो ने दी अहम जानकारी

इसरो ने बताया कि 24 फरवरी को तमिलनाडु के महिंद्रगिरि में स्थित इसरो के प्रोपल्सन परिसर की उच्च एल्टीट्यूड में टेस्ट फैसिलिटी में 25 सेकेंड के तय समय के भीतर किया गया। इसरो द्वारा इस टेस्ट के दौरान मानकों के अनुसार परिणाम आए। इसरो ने बताया कि क्रायोजेनिक इंजन को पूरी तरह से एकीकृत उड़ान के लिए प्रोपेलेंट टैंक, स्टेज स्ट्रक्चर और इसके साथ ही संबंधित लिक्विड लाइनों के साथ जोड़ा जाएगा। इसके बाद क्रायोजेनिक इंजन का पूरा आंकलन किया जाएगा।

Also Read: Congress Plenary Session : पार्टी के संविधान में हो सकता है बदलाव, नहीं होगा CWC का चुनाव, खड़गे को मिला ये अधिकार

पहले किया जा चुका है लैंडर का परीक्षण

वहीं, इससे पहले चंद्रयान-3 मिशन के तहत लैंडर का यूआर राव सेटैलाइट सेंटर में परीक्षण किया गया था। इसरो द्वारा ये परीक्षण सेटैलाइट मिशन के दौरान अंतरिक्ष के वातावरण में सेटैलाइट के सबसिस्टम को जांचने के लिए किया गया था। संगठन इस परीक्षण से सेटैलाइट को इलेक्ट्रॉमैग्नेटिक्स स्तरों के साथ उसकी अनुकूलता की भी जांच करता है।

कब लॉन्च होगा चंद्रयान-3 मिशन

चंद्रयान-3 मिशन भारत के मून मिशन का तीसरा चंद्र मिशन है। इसके तीन मुख्य मॉड्यूल हैं, इनमें प्रणोदर मॉड्यूल, लैंडर मॉड्यूल और रोवर मॉड्यूल शामिल है। इतने बड़े मिशन के लिए तीनों ही मॉड्यूल्स के बीच रेडियो फ्रीक्वेंसी का तालमेल स्थापित करना जरूरी है। चंद्रयान-3 मिशन का मुख्य उद्देश्य है चंद्र की सतह पर सुरक्षित लैंडिंग और रोवर द्वारा सैंपल को एकत्रित करने की क्षमता को प्रदर्शित करना है। इसरो इसे जून में लॉन्च करने की योजना बना रहा है।

ये भी पढ़ें: 75000 रुपये वाले Samsung Galaxy S21 FE को 15000 से कम कीमत पर खरीदने का मौका, यहां से उठाएं ऑफर का लाभ

देश और दुनिया की तमाम खबरों के लिए हमारा YouTube Channel ‘DNP INDIA’ को अभी subscribe करें। आप हमें FACEBOOKINSTAGRAM और TWITTER पर भी फॉलो कर सकते हैं।

 

Amit Mahajan
Amit Mahajanhttps://www.dnpindiahindi.in
अमित महाजन DNP India Hindi में कंटेंट राइटर की पोस्ट पर काम कर रहे हैं.अमित ने सिंघानिया विश्वविद्यालय से जर्नलिज्म में डिप्लोमा किया है. DNP India Hindi में वह राजनीति, बिजनेस, ऑटो और टेक बीट पर काफी समय से लिख रहे हैं. वह 3 सालों से कंटेंट की फील्ड में काम कर रहे हैं.

Latest stories